शोभना शर्मा। सप्त शक्ति कमांड द्वारा आयोजित ‘वीर नारी एवं वीरांगना मिलन समारोह’ में राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने वीरांगनाओं को सम्मानित किया और उनके त्याग को नमन किया। जयपुर, दौसा और अलवर जिलों से 67 वीर नारियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
वीरांगनाओं के योगदान को सराहा
कार्यक्रम में दीया कुमारी ने कहा कि शहीदों के शौर्य, पराक्रम और बलिदान की मिसाल उनके परिवार भी हैं, जो अपना पूरा जीवन तपस्या की तरह निभाते हैं। उन्होंने कहा कि वीर नारियों और वीरांगनाओं का समाज सदैव ऋणी रहेगा। भारतीय इतिहास में स्वतंत्रता संग्राम से लेकर रणभूमि में सैनिकों को राखी भेजने तक, महिलाओं ने सदैव राष्ट्र के प्रति अपनी भूमिका निभाई है।
भारतीय सेना का गौरव और योगदान
दीया कुमारी ने भारतीय सेना की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि सेना हमारी एकता और अखंडता की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना अधिक सशक्त और आत्मनिर्भर बनी है। प्रधानमंत्री स्वयं सैनिकों के साथ बॉर्डर पर दिवाली मनाते हैं, जिससे उनकी प्रेरणा और समर्पण का परिचय मिलता है।
आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (AWWA) के कार्यों की सराहना
दीया कुमारी ने आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (AWWA) के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि AWWA सैनिक परिवारों के कल्याण, बच्चों की शिक्षा, उनके विकास, वीर नारियों और वीरांगनाओं के सम्मान व सशक्तिकरण के लिए सराहनीय कार्य कर रही है।
कल्याणकारी योजनाओं पर जोर
दीया कुमारी ने दिव्यांग बच्चों की शिक्षा, शहीद सैनिकों के लिए मोक्षधाम निर्माण, सस्ती दरों पर कैंटीन सुविधा, वीरांगनाओं के रोजगार में आ रही परेशानियों के समाधान और वृद्धाश्रम जैसी आवश्यक सुविधाओं पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार इन मुद्दों पर गंभीरता से कार्य कर रही है, जिससे सैनिक परिवारों को बेहतर जीवन सुविधाएं मिल सकें।
नारी सम्मान भारतीय संस्कृति का हिस्सा
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नारी सम्मान हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। वीर नारियों और वीरांगनाओं का सम्मान करना समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे इन वीर नारियों के योगदान को पहचानें और उनके लिए समर्थन व्यक्त करें।