शोभना शर्मा । राजस्थान के जैसलमेर में आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध मरू महोत्सव 2025 का पहला पोस्टर हाल ही में लॉन्च किया गया। इस महोत्सव का आयोजन “जोली जॉयफुल जैसलमेर” थीम के तहत किया जाएगा, जिसमें विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम और संगीत की महफिलें सजाई जाएंगी। इस बार महोत्सव में मशहूर सूफी सिंगर ज्योति नूरान अपनी सूफी संगीत की शाम सजाएंगी, जो दर्शकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव होगा।
जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में जिला कलेक्टर प्रताप सिंह, विधायक छोटू सिंह भाटी, पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक कमलेश्वर सिंह, सम वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष कैलाश व्यास और पर्यटन व्यवसायी मौजूद रहे। इस अवसर पर पोस्टर का विमोचन किया गया, जिसमें महोत्सव की विशेषताओं और कार्यक्रमों का उल्लेख किया गया।
इस साल का मरू महोत्सव 2025, जो कि विश्व प्रसिद्ध डेजर्ट फेस्टिवल के रूप में जाना जाता है, 10 फरवरी से शुरू होगा। पहले दिन पोकरण में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें राजस्थानी लोक संस्कृति से जुड़े कार्यक्रमों के साथ हरियाणवी सिंगर मनीषा शर्मा और डी नवीन की प्रस्तुति होगी। इसके बाद, दूसरे दिन 10 फरवरी को सोनार फोर्ट में भगवान लक्ष्मीनाथ जी के मंदिर में सुबह आरती होगी। इसके बाद सुबह 9 बजे गड़ीसर लेक से शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो महोत्सव की धूमधाम को और बढ़ाएगी।
पूनम सिंह स्टेडियम में मिस्टर डेजर्ट और मिस मूमल समेत कई राजस्थानी लोक संस्कृति से जुड़ी प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। उसी दिन शाम को पूनम स्टेडियम में राजस्थानी लोक संगीत की महफिल जमेगी, जिसमें हसन खान और कूटले खान की प्रस्तुति होगी। इसके बाद मशहूर सूफी सिंगर ज्योति नूरान अपनी सूफी संगीत की शाम सजाएंगी, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देगी।
तीसरे दिन, गड़ीसर लेक पर राजस्थानी लोक संगीत के साथ योगा का आयोजन होगा। इसके बाद शहर के डेडानसर मैदान में रेगिस्तानी जहाज ऊंट से जुड़े कई कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं होंगी। इसी दिन शाम को पूनम सिंह स्टेडियम में राजस्थानी लोक संगीत और नृत्य की महफिल होगी, जिसमें अन्नु द्वारा घुटना चकरी और आवड़ सेन द्वारा भवाई नृत्य होगा। देर शाम पंजाबी सिंगर काका द्वारा पंजाबी गीतों की महफिल सजाई जाएगी, जो दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर देगी।
महोत्सव के आखिरी दिन कुलधरा में सुबह मांडना आर्ट का आयोजन होगा, साथ ही कल्चरल कार्यक्रम भी होंगे। दामोदरा गांव में घुड़दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। वहीं शाम को लखमना के रेतीले टीलों पर कैमल रेस होगी, जो इस महोत्सव का एक प्रमुख आकर्षण होगा। लखमना के धोरों पर ही शाम को लोक कलाकार तगाराम भील का अलगोजा वादन होगा। इसके बाद भुंगर खान का सिंफनी का कार्यक्रम होगा। अंत में मशहूर कबीर कैफे बैंड की परफॉरमेंस के साथ डेजर्ट फेस्टिवल का समापन होगा।
जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी ने बताया कि डेजर्ट फेस्टिवल के दौरान जैसलमेर राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं से सराबोर होगा। देश-विदेश से आने वाले पर्यटक इस उत्सव में राजस्थान के विविध रंगों का आनंद लेंगे।