शोभना शर्मा। राजस्थान के श्रद्धालुओं के लिए एक शानदार खबर आई है। अब जयपुर और कोटा से सीधे ट्रेन के जरिए तिरुपति बालाजी के दर्शन करना संभव हो गया है। भारतीय रेलवे ने 1 मार्च से तिरुपति तक एक विशेष साप्ताहिक ट्रेन सेवा शुरू करने की घोषणा की है। यह ट्रेन हरियाणा के हिसार से चलकर जयपुर और कोटा होते हुए दक्षिण भारत के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर तक जाएगी।
ट्रेन सेवा की मुख्य जानकारी
यह विशेष ट्रेन हर शनिवार को हिसार से रवाना होगी और सोमवार को तिरुपति पहुंचेगी। इसी तरह, तिरुपति से सोमवार को रवाना होकर बुधवार को हिसार वापस लौटेगी। जयपुर और कोटा से गुजरने वाली यह ट्रेन 43 घंटे से अधिक का सफर तय कर तिरुपति पहुंचेगी, जिससे राजस्थान और आसपास के श्रद्धालुओं के लिए यात्रा आसान हो जाएगी।
ट्रेन का समय और मार्ग
हिसार से प्रस्थान: यह ट्रेन हर शनिवार दोपहर 2:10 बजे हिसार से रवाना होगी।
कोटा आगमन: यह रविवार देर रात 1 बजे कोटा पहुंचेगी और दोपहर 1:10 बजे कोटा से तिरुपति के लिए रवाना होगी।
तिरुपति आगमन: ट्रेन सोमवार सुबह 9:15 बजे तिरुपति पहुंचेगी।
वापसी: तिरुपति से यह ट्रेन सोमवार रात 11:45 बजे रवाना होगी और बुधवार सुबह 10:50 बजे कोटा पहुंचेगी।
हिसार आगमन: ट्रेन बुधवार रात 10:25 बजे हिसार पहुंचेगी।
यात्रा की कुल दूरी
ट्रेन हिसार से तिरुपति के बीच 2491 किलोमीटर की दूरी 43 घंटे 5 मिनट में तय करेगी। वापसी में यह यात्रा 2498 किलोमीटर की होगी, जो 46 घंटे 40 मिनट में पूरी होगी।
ठहराव वाले प्रमुख स्टेशन
इस विशेष ट्रेन का ठहराव कई महत्वपूर्ण स्टेशनों पर होगा, जिनमें निम्न शामिल हैं:
राजस्थान में: सादुलपुर, लोहारू, चिड़ावा, झुंझुनूं, नवलगढ़, सीकर, रींगस, डहर का बालाजी, जयपुर, दुर्गापुरा, सवाई माधोपुर, कोटा, रामगंजमंडी।
अन्य राज्यों में: नागदा, उज्जैन, भोपाल, इटारसी, नागपुर, बल्हारशाह, सिरपुर कागजनगर, वारंगल, विजयवाड़ा, ओंगोल, नेल्लोर, गुडुर और रेनिगुंटा।
ट्रेन के कोच और बुकिंग
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इस ट्रेन में स्लीपर, थर्ड एसी और सेकंड एसी कोच लगाए गए हैं। 1 मार्च तक की बुकिंग खुल चुकी है, और सभी श्रेणियों में कंफर्म टिकट उपलब्ध हैं। तिरुपति बालाजी से वापसी के लिए बुकिंग भी जल्द शुरू होने की संभावना है।
क्यों खास है यह सेवा?
तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है, जहां हर साल लाखों भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। राजस्थान के श्रद्धालुओं को पहले तिरुपति पहुंचने के लिए कई ट्रांसफर और लंबी यात्रा करनी पड़ती थी। अब इस सीधी ट्रेन सेवा से यात्रा न केवल सुगम होगी, बल्कि समय की भी बचत होगी।
भारतीय रेलवे की पहल
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि यह ट्रेन सेवा श्रद्धालुओं की मांग को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है। ट्रेन के समय और ठहराव को इस तरह से निर्धारित किया गया है कि अधिक से अधिक यात्री इससे लाभान्वित हो सकें।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं
यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए ट्रेन में बेहतर सुविधाएं दी गई हैं। लंबे सफर के बावजूद यात्री इसमें आराम से यात्रा कर सकेंगे। इसके अलावा, तिरुपति में श्रद्धालुओं के लिए दर्शन और ठहरने की व्यवस्था पहले से ही सुव्यवस्थित है।
तिरुपति बालाजी मंदिर का महत्व
तिरुपति बालाजी मंदिर भगवान विष्णु के वेंकटेश्वर रूप को समर्पित है और यह आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। इसे “सप्तगिरि” भी कहा जाता है, क्योंकि यह सात पहाड़ियों के बीच स्थित है। यहां दर्शन करने से भक्तों को मानसिक शांति और आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होता है।
बुकिंग प्रक्रिया
ट्रेन टिकट की बुकिंग भारतीय रेलवे की वेबसाइट या अधिकृत टिकट काउंटर से की जा सकती है। राजस्थान के श्रद्धालुओं को सलाह दी जाती है कि वे समय रहते बुकिंग कर लें, ताकि उन्हें यात्रा में कोई परेशानी न हो।