मनीषा शर्मा। जयपुर में 9 से 11 दिसंबर तक आयोजित राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट को लेकर कांग्रेस ने राज्य की बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने समिट को लेकर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राज्य की प्रगति में कांग्रेस का पूरा समर्थन है, लेकिन बीजेपी सरकार केवल कागजी खानापूर्ति कर रही है।
डोटासरा ने MOU (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) की बड़ी घोषणाओं पर तंज कसते हुए कहा कि “राजस्थान केवल MOU से राइजिंग नहीं होगा। इसके लिए धरातल पर निवेश को उतारना जरूरी है। राज्य में उद्योगपतियों को एक सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल मिलना चाहिए।”
लॉ एंड ऑर्डर पर जोर
डोटासरा ने राजस्थान में लॉ एंड ऑर्डर की बिगड़ती स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि “राज्य में पिछले एक साल से कानून व्यवस्था की हालत खराब है। सरकार को इसे सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। जब तक लॉ एंड ऑर्डर में सुधार नहीं होगा, तब तक कोई भी उद्योगपति राज्य में निवेश करने से कतराएगा।”
उन्होंने आगे कहा कि उद्योगपतियों को राजस्थान में व्यापार के लिए एक निर्भीक और सुरक्षित माहौल चाहिए। “अगर सरकार वास्तव में राज्य की प्रगति चाहती है, तो उसे निवेशकों को एक स्थिर और सकारात्मक माहौल देना होगा।”
MOU और निवेश पर सवाल
डोटासरा ने राइजिंग राजस्थान समिट के दौरान किए गए MOU पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि “सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ये MOU सिर्फ कागज पर न रहें। राइजिंग राजस्थान समिट के बाद सरकार को जनता को यह जानकारी देनी चाहिए कि कितने MOU धरातल पर उतरे हैं।”
उन्होंने यह भी पूछा कि इस समिट में हुए निवेश से कितने उद्योग राज्य में स्थापित हुए, कितने रोजगार के अवसर पैदा हुए, और इसके लिए राज्य के खजाने से कितना खर्च किया गया।
डोटासरा ने कहा, “जनता को यह जानने का पूरा हक है कि सरकार ने इस समिट पर कितना पैसा खर्च किया और इसका क्या परिणाम निकला। मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार को इन सवालों का जवाब देना चाहिए।”
सफाई व्यवस्था और प्रशासन पर टिप्पणी
डोटासरा ने जयपुर में समिट के दौरान सफाई व्यवस्था की तारीफ की, लेकिन इसे अस्थायी बताया। उन्होंने कहा कि “जिस तरह राइजिंग राजस्थान के दौरान जयपुर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त की गई है, वैसे ही यह हमेशा होनी चाहिए। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह सफाई व्यवस्था केवल समिट तक सीमित न रहे।”
कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों का जिक्र
डोटासरा ने कांग्रेस सरकार के दौरान किए गए प्रयासों को भी याद दिलाया। उन्होंने कहा कि “हमारी सरकार ने भी उद्योगपतियों को निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई अच्छे कदम उठाए थे। मौजूदा सरकार भी प्रयास कर रही है, लेकिन यह जरूरी है कि इन प्रयासों का लाभ धरातल पर नजर आए।”
उन्होंने कहा कि “सरकार केवल बड़ी घोषणाएं करने में व्यस्त है। लेकिन इन घोषणाओं को साकार करने के लिए जमीनी स्तर पर मेहनत की जरूरत है।”
भविष्य की उम्मीदें और चुनौतियां
डोटासरा ने समिट के उद्देश्यों पर सवाल उठाने के साथ ही सरकार से अपेक्षा भी जताई। उन्होंने कहा कि “राजस्थान में उद्योगों की स्थापना और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए ठोस रणनीति और पारदर्शिता की जरूरत है। सरकार को जनता के प्रति जवाबदेह रहना होगा और अपनी योजनाओं का निष्पक्ष आकलन करना होगा।”