मनीषा शर्मा। अजमेर के बेटे दुष्यंत सिंह राजपुरोहित ने जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है। दुष्यंत इससे पहले भी कराटे की विभिन्न प्रतियोगिताओं में 12 मेडल्स जीत चुके हैं, जिसमें गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज शामिल हैं। उनके इस नए उपलब्धि से परिवार और उनके गांव उजोली रूपनगढ़ में उत्साह का माहौल है।
राज्य स्तरीय कराटे प्रतियोगिता का आयोजन
जयपुर में 17 सितंबर से 23 सितंबर तक एसजीएफआई द्वारा राज्य स्तरीय कराटे प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में राजस्थान के विभिन्न जिलों से कई प्रतिभाशाली कराटे खिलाड़ियों ने भाग लिया। दुष्यंत सिंह ने भी अजमेर का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
दुष्यंत सिंह का सफर और मेहनत
दुष्यंत सिंह ने प्रतियोगिता के शुरुआती चरणों में बेहतरीन प्रदर्शन किया और 17 खिलाड़ियों के बीच जगह बनाते हुए फाइनल राउंड तक पहुंचे। हालांकि फाइनल में उन्हें ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा, लेकिन यह मेडल भी उनके कराटे करियर में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। दुष्यंत की यह जीत न केवल उनके लिए गर्व का क्षण है, बल्कि उनके परिवार और अजमेर के लिए भी सम्मान की बात है।
कराटे में दुष्यंत की मेहनत
दुष्यंत सिंह राजपुरोहित मूल रूप से उजोली रूपनगढ़ गांव के रहने वाले हैं और 2019 से कराटे की तैयारी कर रहे हैं। इस छोटी उम्र में ही उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर अपनी पहचान बनाई है। वर्तमान में दुष्यंत एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं, जहां वह अपनी पढ़ाई के साथ-साथ कराटे की ट्रेनिंग भी जारी रखे हुए हैं। उनके परिवार का कहना है कि दुष्यंत की इस सफलता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण है।
परिवार की खुशी
दुष्यंत की इस उपलब्धि के बाद उनके परिवार में खुशी का माहौल है। उनके माता-पिता और रिश्तेदारों ने इस उपलब्धि पर गर्व जताया है और उन्हें कराटे में भविष्य में और ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित किया है।
भविष्य की योजना
दुष्यंत सिंह का लक्ष्य है कि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कराटे में अपनी पहचान बनाएं। उनके कोच और परिवार को उम्मीद है कि दुष्यंत आने वाले समय में और भी बड़े टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेकर अजमेर और राजस्थान का नाम रोशन करेंगे।