मनीषा शर्मा। नागौर में सेठ किशनलाल कांकरिया स्कूल मैदान में हरित संगम मेला आयोजित किया गया, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक प्रदूषण पर जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया। यह मेला रविवार से शुरू हुआ और सोमवार को इसका दूसरा दिन था।
मेले में हुईं विभिन्न प्रतियोगिताएं और गतिविधियां
🔹 पहले दिन निबंध, चित्रकला प्रतियोगिता, प्रोजेक्ट प्रदर्शनी और खेल प्रतियोगिताएं हुईं।
🔹 शाम को भजन संध्या का आयोजन किया गया।
🔹 दूसरे दिन सुबह योग सत्र में योग क्रियाओं और उनके स्वास्थ्य लाभों की जानकारी दी गई।
🔹 इसके बाद हवन और महिलाओं की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम का संदेश
हरित संगम मेले के उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें और जल व वृक्षों का संरक्षण करें।” उन्होंने बताया कि इस पहल से पश्चिमी राजस्थान में हरियाली बढ़ रही है।
शिक्षा मंत्री ने पॉलिथीन के उपयोग को रोकने की अपील की
मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि “हम गंदगी को रोक सकते हैं, लेकिन लापरवाही और सुविधाओं की लालसा के कारण प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे हैं।” उन्होंने कहा कि “पॉलिथीन का उपयोग पूरी तरह बंद करना होगा और इसकी जगह कपड़े की थैली का प्रयोग करना चाहिए।”
उन्होंने सुझाव दिया कि डिस्पोजेबल सामान की बजाय स्टील की थाली, गिलास और अन्य बर्तनों का उपयोग करना चाहिए। इस दिशा में सरकार ने ग्राम पंचायतों को बर्तन बैंक बनाने के लिए 1 लाख रुपए की विशेष सहायता देने की घोषणा की है।
शिक्षा मंत्री ने दिलाई पॉलिथीन उपयोग न करने की शपथ
शिक्षा मंत्री ने लोगों को पॉलिथीन का उपयोग न करने की शपथ दिलाई और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया। इसके बाद उन्होंने क्रीड़ा भारती की खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।
मंच पर उपस्थित गणमान्य लोग
इस कार्यक्रम में कई प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं, जिनमें पांचाल सिद्धा आश्रम के सूरज नाथ महाराज, संयोजक मोहन राम सुधार और सभापति मीतू बोथरा प्रमुख थे।