शोभना शर्मा। उदयपुर के प्रसिद्ध सज्जनगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में पिछले तीन दिनों से लगी आग ने गुरुवार सुबह विकराल रूप धारण कर लिया। तेज़ हवा के चलते आग तेजी से फैल गई और करीब 7 हेक्टेयर क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। आग पर काबू पाने के लिए उदयपुर नगर निगम की 10 से अधिक दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंची और लगातार प्रयास कर रही हैं।
वन विभाग, पुलिस और दमकल कर्मी पूरी मुस्तैदी के साथ आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। आग की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने सज्जनगढ़ सेंचुरी और बायोलॉजिकल पार्क में पर्यटकों के प्रवेश पर तत्काल रोक लगा दी है।
आग के बढ़ने से बढ़ा खतरा, प्रशासन ने घर खाली कराए
आग जिस स्थान पर लगी है, वह क्षेत्र आबादी से सटा हुआ है। इसलिए प्रशासन को सुरक्षा कारणों से 6 घरों को खाली कराना पड़ा। इन घरों से गैस सिलेंडरों को भी बाहर निकालने के आदेश दिए गए ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोका जा सके।
इस घटना के बाद मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिससे प्रशासन को अतिरिक्त सुरक्षा इंतज़ाम करने पड़े। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अपने मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं और आग बुझाने के प्रयासों में सहयोग करें।
सज्जनगढ़ बायो पार्क तक पहुंची आग, 50 पर्यटकों को किया गया सुरक्षित बाहर
आग की लपटें अब सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क तक पहुंच चुकी हैं, जिससे वन्यजीवों को भी खतरा बढ़ गया है। वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम आग को पार्क की गहराई में फैलने से रोकने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
डीएफओ सुनील सिंह के अनुसार, गुरुवार सुबह 10 बजे आग लगने की सूचना मिली। इस दौरान मानसून पैलेस और बायोलॉजिकल पार्क में लगभग 50 पर्यटक मौजूद थे। पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सबसे पहले टिकट खिड़की को बंद किया गया और फिर सभी को सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया। इसके बाद पार्क में पर्यटकों का प्रवेश पूरी तरह बंद कर दिया गया।
प्रशासन का दावा: अब तक कोई जान-माल का नुकसान नहीं
उदयपुर कलेक्टर नमित मेहता, एसपी योगेश गोयल और डीएफओ अजय चित्तौड़ा मौके पर मौजूद हैं और हालात पर नज़र बनाए हुए हैं। आग का धुआं अब पहाड़ी इलाके से सड़क तक फैलने लगा है, जिससे वातावरण में धुंध और धुएं का गुबार छा गया है। अधिकारी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मास्क पहने नजर आए।
कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि दो दिन पहले तक आग को काबू में कर लिया गया था, लेकिन गुरुवार सुबह तेज हवा चलने के कारण आग फिर से फैल गई। हालांकि, अभी तक किसी भी व्यक्ति के हताहत होने या किसी वन्यजीव के हानि की सूचना नहीं है।
वन विभाग की मुस्तैदी, फायर ब्रिगेड की टीमें आग बुझाने में जुटी
वन विभाग की टीम और दमकल विभाग के कर्मचारी लगातार आग बुझाने में लगे हुए हैं। हालांकि, पहाड़ी इलाका होने के कारण आग बुझाने के कार्य में कठिनाइयां आ रही हैं।
वन विभाग की टीम आग के फैलाव को सीमित करने के लिए विशेष बैरियर बना रही है, ताकि आग को बायोलॉजिकल पार्क और अन्य वन क्षेत्रों तक बढ़ने से रोका जा सके।
आग का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं, प्रशासन कर रहा जांच
अब तक इस भीषण आग के पीछे की असली वजह सामने नहीं आई है। वन विभाग इस घटना की जांच कर रहा है कि यह आग प्राकृतिक कारणों से लगी या फिर किसी मानवीय लापरवाही का परिणाम है।
सज्जनगढ़ सेंचुरी और बायोलॉजिकल पार्क, उदयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक हैं, जहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं। लेकिन इस आग की घटना के चलते अब इन इलाकों में पर्यटन गतिविधियों को अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया गया है।