शोभना शर्मा। जोधपुर की पूर्व विधायक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सीनियर नेता सूर्यकांता व्यास का बुधवार सुबह निधन हो गया। 87 साल की उम्र में ‘जीजी’ के नाम से मशहूर सूर्यकांता व्यास लंबे समय से बीमार थीं। उनके बेटे शिवकुमार व्यास ने बताया कि आज सुबह 7 बजे तबीयत बिगड़ने पर उन्हें महात्मा गांधी अस्पताल (MGH) ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान करीब सवा सात बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। सूर्यकांता व्यास का अंतिम संस्कार शाम को सिवांची गेट स्थित श्मशान में किया जाएगा।
राजनीतिक सफर की शुरुआत
सूर्यकांता व्यास ने 1972 में नगर परिषद सदस्य के रूप में राजनीति में कदम रखा था। इसके बाद उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष, और महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष जैसे विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दीं। 1990 में उन्होंने पहली बार जोधपुर (पुराना शहर) से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद 1993 और 2003 में भी उन्होंने इस क्षेत्र से भारी मतों से जीत हासिल की। 1998 में उन्हें कांग्रेस के जुगल काबरा से हार का सामना करना पड़ा।
6 बार रहीं विधायक, 2012 में सर्वश्रेष्ठ विधायक का सम्मान
सूर्यकांता व्यास ने 2008 और 2018 के चुनावों में सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की। 2012 में उन्हें विधानसभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक के रूप में सम्मानित किया गया। 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने कहा कि यह पार्टी का निर्णय है और वे भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र जोशी के साथ मिलकर चुनाव प्रचार में उतरीं।
महिलाओं के लिए संघर्ष और जीजी बनने की कहानी
सूर्यकांता व्यास को ‘जीजी’ के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि उन्होंने महिलाओं के उत्थान के लिए विशेष काम किए। 1970 के दशक में जब महिलाओं के घर से निकलने पर पाबंदियां थीं, तब जीजी ने पांच महिलाओं के साथ मिलकर पानी की समस्या के खिलाफ मटकी फोड़ प्रदर्शन किया था। उनके इस साहसिक कदम के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर, जिन्हें गुरुजी कहा जाता था, ने उन्हें प्रेरित किया।
परिवार और निजी जीवन
सूर्यकांता व्यास के पति उमा शंकर व्यास सप्लाई इंस्पेक्टर थे और उनके पिता फतेहराज कल्ला पुलिस इंस्पेक्टर थे। उनके बेटे शिवकुमार व्यास और बहू लक्ष्मी उनके साथ रहते थे। जीजी के दो पोते, विशाल और योगेश, क्रमशः जामनगर (गुजरात) और बाड़मेर में रहते हैं।
नेताओं ने जताया शोक
सूर्यकांता व्यास के निधन पर राज्य के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, अशोक गहलोत, और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूर्यकांता व्यास का निधन भाजपा और पूरे जोधपुर शहर के लिए एक अपूरणीय क्षति है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने लिखा कि उनके आशीर्वाद ने हमेशा मार्गदर्शन किया और उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
महिलाओं की स्थिति को मजबूत किया
सूर्यकांता व्यास ने संघ में महिलाओं की स्थिति को मजबूत किया। जोधपुर शहर विधायक अतुल भंसाली ने कहा कि जीजी ने महिलाओं के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। वह महिलाओं के बीच एक प्रेरणा स्रोत थीं और समाज में उनकी भूमिका को हमेशा याद किया जाएगा।