Shobhna Sharma, Ajmer. एसआई भर्ती-2021 पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका का नाम सामने आने के बाद मामला तूल पकड़ चुका है। एसओजी (स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप) द्वारा की जा रही जांच में राईका की भूमिका गंभीर रूप से उजागर हुई है। उनकी रिमांड के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जिसमें उनके बेटे और बेटी की परीक्षा में सफलता पाने के लिए पेपर लीक करने की बात भी शामिल है।
बेटे-बेटी को छह दिन पहले दिया गया पेपर
एसओजी की पूछताछ में पता चला है कि रामू राम राईका अपने बेटे देवेश और बेटी शोभा की कमजोर शैक्षिक स्थिति से वाकिफ थे। राईका ने यह सोचकर आरपीएससी से एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कर उन्हें परीक्षा से छह दिन पहले उपलब्ध कराया। यह पेपर लीक आरपीएससी से कैसे और किस माध्यम से हुआ, इसकी जांच एसओजी कर रही है। इस मामले में एसओजी ने 65 अन्य संदिग्धों को भी चिन्हित कर लिया है, जिन पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
पिता के लीक पेपर से भी नहीं मिली सफलता
एसओजी की जांच में सामने आया है कि राईका के बेटे और बेटी, जिन्होंने एसआई भर्ती परीक्षा में 5वीं और 40वीं रैंक हासिल की थी, ट्रेनिंग के दौरान भी कई महत्वपूर्ण बुनियादी जानकारियों से अनभिज्ञ थे। एसओजी द्वारा जब इन्हें परीक्षा का पेपर हल करने को दिया गया, तो उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा। अगर इस पेपर में नेगेटिव मार्किंग होती, तो उनके नंबर शून्य हो सकते थे। इससे स्पष्ट होता है कि पेपर लीक के बावजूद वे परीक्षा में सफल नहीं हो सके।
पेपर लीक की जांच में एसओजी की रणनीति
एडीजी वीके सिंह ने खुलासा किया कि एसओजी की जांच में राईका के बेटे और बेटी द्वारा पेपर प्राप्त करने की पुष्टि हो चुकी है। अब सवाल यह उठता है कि यह पेपर राईका ने खरीदा था या फिर अपने पद का दुरुपयोग कर उसे मंगवाया था। इस बात की जांच राईका से रिमांड के दौरान की जाएगी। इसके अलावा, राईका के साथ-साथ अन्य 65 संदिग्धों की पहचान भी कर ली गई है, जो इस पेपर लीक गैंग से जुड़े हो सकते हैं। एसओजी की टीमें इन सभी पर कार्रवाई की योजना बना रही हैं, ताकि एक साथ सभी संदिग्धों को पकड़ा जा सके।
आरपीएससी के कर्मचारियों पर भी जांच का शिकंजा
एसओजी की टीमें अब आरपीएससी के अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ कर रही हैं, जो इस पेपर लीक मामले से जुड़े हो सकते हैं। इस दौरान बाबूलाल कटारा को भी एसओजी ने प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है, जिससे राईका और कटारा को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा सके। इससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि इस पेपर लीक मामले में और कौन-कौन से लोग शामिल थे और किन अन्य परीक्षाओं में पेपर लीक हुआ था।
एसओजी की पकड़ से बाहर हुआ पेपर देने वाला
एसओजी की टीमें उस व्यक्ति की तलाश में हैं जिसने राईका को पेपर उपलब्ध कराया था। हालांकि, एसओजी की टीमें उसकी पहचान करने में सफल रही हैं, लेकिन वह अब तक उनकी पकड़ से बाहर है। एसओजी लगातार उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है और इसके लिए विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही है।
एसआई भर्ती-2021 पेपर लीक मामला न केवल राजस्थान लोक सेवा आयोग के इतिहास में एक काला धब्बा है, बल्कि यह प्रतियोगी परीक्षाओं में विश्वास को भी गहरा धक्का पहुंचाता है। राईका की गिरफ्तारी और एसओजी की जांच में सामने आई जानकारियों से यह स्पष्ट होता है कि इस मामले में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। एसओजी की टीमें अब तेजी से उन पर कार्रवाई की योजना बना रही हैं, ताकि सभी दोषियों को न्याय के कठघरे में लाया जा सके। यह मामला एक गंभीर चेतावनी है कि किसी भी प्रकार की अनियमितता को कानून की नजरों से बचाया नहीं जा सकता।