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300 से ज्यादा पांडालों में गणेश विसर्जन: आजाद पार्क में होगी मुख्य व्यवस्था

300 से ज्यादा पांडालों में गणेश विसर्जन: आजाद पार्क में होगी मुख्य व्यवस्था

शोभना शर्मा। शहर में इस बार अनंत चतुर्दशी पर 300 से ज्यादा छोटे-बड़े गणेश पांडालों में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। इनमें से 40 से ज्यादा पांडालों में गणेश विसर्जन स्थानीय स्वीमिंग पूल, मोहल्लों और निजी स्थानों पर होगा। नगर निगम ने मुख्य रूप से आजाद पार्क को गणेश विसर्जन के लिए निर्धारित किया है, जबकि असुरक्षित माने गए स्थलों पर विसर्जन करने पर रोक लगाई गई है।

आजाद पार्क में नगर निगम की व्यवस्था

इस बार नगर निगम ने आजाद पार्क में ही गणेश विसर्जन की पूरी व्यवस्था की है। पिछले वर्षों में इस्तेमाल होने वाले खानपुरा एसटीपी प्लांट को असुरक्षित मानते हुए विसर्जन पर रोक लगा दी गई है। नगर निगम के एक्सईएन मनोहर सोनगरा के अनुसार, प्लांट में जलभराव और मिट्टी के कटाव के कारण यह स्थान सुरक्षित नहीं है। इसी वजह से यहां विसर्जन के लिए कुंड बनाने की योजना रद्द कर दी गई है।

नगर निगम ने रविवार को आजाद पार्क की सफाई करवाकर विसर्जन स्थल को तैयार कर दिया है। पार्क में रैंप की व्यवस्था भी की गई है ताकि गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन सम्मानपूर्वक किया जा सके।

संस्थाएं अपने स्तर पर भी करेंगी आयोजन

शहर में कई संस्थाएं अपने स्तर पर गणेश विसर्जन का आयोजन कर रही हैं। पिछले कुछ सालों से कई संस्थाओं ने स्थानीय स्तर पर ही विसर्जन की शुरुआत की है। ये संस्थाएं मानती हैं कि इससे वे आराम से विसर्जन यात्रा का आनंद ले सकते हैं और 10 दिन की पूजा के बाद अपने गणपति को श्रद्धा से विदा कर सकते हैं।

असुरक्षित स्थानों पर रोक

खानपुरा एसटीपी प्लांट में पानी भरने और मिट्टी के कटाव की वजह से इस साल यहां गणेश विसर्जन पर रोक रहेगी। हर साल यहां अस्थायी कुंड बनाकर विसर्जन किया जाता था, लेकिन इस बार इसे असुरक्षित मानते हुए नगर निगम ने यहां विसर्जन की अनुमति नहीं दी है।

शहर में गणेश विसर्जन की प्रमुख व्यवस्था आजाद पार्क में की गई है, जबकि असुरक्षित स्थलों पर विसर्जन नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही कई संस्थाएं अपने निजी स्थानों पर विसर्जन करेंगी, ताकि वे अपने गणपति को श्रद्धा के साथ विदा कर सकें।

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