शोभना शर्मा। राजस्थान सरकार ने प्रदेश के किसानों और गोपालकों के लिए एक अनूठी योजना की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य गोपालकों को वित्तीय सहायता प्रदान करना और प्रदेश में आवारा घूमने वाले गोवंश की समस्या को हल करना है। गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत राज्य सरकार किसानों को 1 लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त लोन देगी। यह लोन एक वर्ष के लिए होगा और इसका उद्देश्य गोपालकों को अपने गोवंश की देखभाल करने और उन्हें अपने घरों में पालने के लिए प्रोत्साहित करना है।
इस योजना के तहत पहले चरण में राज्य के 5 लाख गोपालक किसानों को लोन प्रदान किया जाएगा। योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए 25 सितंबर से 9 अक्टूबर 2024 तक कैंप लगाए जा रहे हैं। इस योजना की शुरुआत से न केवल गोपालकों को वित्तीय मदद मिलेगी, बल्कि गोवंश को आवारा घूमने से रोकने में भी मदद मिलेगी।
श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के सीईओ आलोक सिंहल ने कहा है कि यह योजना गोपालकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। पथमेड़ा गौशाला, जो विश्व की सबसे बड़ी गौसेवा संस्था है, ने इस योजना का स्वागत किया और राज्य सरकार के इस कदम की सराहना की है।
गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना से मिलेंगे ये लाभ:
- 1 लाख रुपए का ब्याज मुक्त लोन: गोपालकों को एक वर्ष के लिए ब्याज मुक्त लोन मिलेगा, जिससे वे अपने गोवंश की देखभाल और पालन कर सकेंगे।
- प्रोसेसिंग फीस नहीं लगेगी: इस योजना के तहत गोपालकों से कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं वसूली जाएगी, जिससे किसानों पर वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा।
- समय पर लोन चुकाने पर पुनः लोन: जो किसान या गोपालक समय से पहले लोन की राशि चुकाएंगे, उन्हें आगामी वर्ष में फिर से लोन दिया जाएगा।
- सहकारी डेयरी समिति से जुड़े किसान होंगे पात्र: जो किसान सहकारी डेयरी समिति को दूध बेचते हैं, वे प्राथमिक दुग्ध समिति की अनुशंसा पर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
राज्य सरकार इस योजना पर 150 करोड़ रुपए खर्च कर रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को सीधा फायदा मिलेगा और उन्हें अपने गोवंश की उचित देखभाल करने में मदद मिलेगी।
पथमेड़ा गौशाला का योगदान:
श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा, जो राजस्थान के जालोर जिले (अब सांचौर जिले) में स्थित है, को विश्व की सबसे बड़ी गौशाला माना जाता है। यह गौशाला संस्था देश भर में 64 गोशालाओं का संचालन करती है और इन गोशालाओं में 1 लाख 52 हजार से अधिक गोवंश हैं। पथमेड़ा की गौशालाओं में गोवंश की देखभाल के लिए 3,000 से अधिक गौ सेवक कार्यरत हैं।
संस्था का नेतृत्व सीईओ आलोक सिंहल कर रहे हैं, जो इस योजना के बड़े समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई यह योजना गोवंश को आवारा छोड़ने की समस्या को कम करने में मददगार साबित होगी। संस्था के माध्यम से गौसेवकों और किसानों को इस योजना के बारे में जागरूक किया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें।
राजस्थान में गोसेवा आयोग:
राजस्थान में गोसेवा आयोग पहले से ही कार्यरत है, जिसका उद्देश्य गोवंश के संवर्धन और संरक्षण के लिए काम करना है। हालांकि, गोसेवा आयोग के अध्यक्ष की नियुक्ति राज्य में सरकार बदलने के बाद से अभी तक नहीं हो पाई है।
संस्था के दिल्ली एनसीआर के प्रधान डॉ. वीरेंद्र गर्ग ने कहा कि जिस तरह से राजस्थान में गोसेवा आयोग का गठन किया गया है, उसी तरह सभी राज्यों में गोसेवा आयोग का गठन होना चाहिए। इससे गोवंश की सेवा और उनके अधिकारों की रक्षा बेहतर तरीके से हो सकेगी।
योजना का लाभ कैसे मिलेगा:
गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ लेने के लिए गोपालक परिवार को निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा:
- एक परिवार से एक सदस्य: एक गोपालक परिवार से एक सदस्य के नाम पर लोन लिया जा सकेगा।
- सहकारी डेयरी समिति से जुड़े गोपालक: सहकारी डेयरी समिति को दूध बेचने वाले गोपालक प्राथमिक दुग्ध समिति की अनुशंसा पर ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
- लोन की प्रक्रिया: लोन के लिए कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं होगी, और लोन एक वर्ष के लिए दिया जाएगा। समय पर लोन चुकाने वाले गोपालकों को अगले वर्ष पुनः लोन प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।