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राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा – रेपिस्ट को नपुंसक कर छोड़ देना चाहिए

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा – रेपिस्ट को नपुंसक कर छोड़ देना चाहिए

शोभना शर्मा।   राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने रेपिस्टों और महिलाओं से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सोमवार को भरतपुर जिला बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में संबोधित करते हुए उन्होंने रेपिस्टों के लिए कड़े शब्दों में कहा कि उन्हें नपुंसक कर छोड़ देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं से छेड़छाड़ करने वालों की मौके पर ही पिटाई करनी चाहिए।

रेपिस्टों को नपुंसक करने की बात क्यों की?

राज्यपाल बागडे ने बताया कि उनके राज्य महाराष्ट्र में एक नगर पंचायत में कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही थी। इसका समाधान निकालने के लिए उन्हें नपुंसक बना दिया गया और इसके बाद उनकी संख्या में कमी आ गई। इसी तर्ज पर उन्होंने सुझाव दिया कि जो लोग रेप जैसे घिनौने अपराध करते हैं, उन्हें भी नपुंसक कर दिया जाए।

उनका मानना है कि अगर रेपिस्टों को नपुंसक कर छोड़ दिया जाएगा तो उनकी शादी नहीं होगी, और वे हमेशा उसी स्थिति में रहने के लिए मजबूर होंगे। जब वे समाज में घूमेंगे, तो लोग उन्हें पहचानेंगे और उनकी निंदा करेंगे। यह शर्मिंदगी ही उनके लिए सबसे बड़ी सजा होगी।

शिवाजी महाराज का उदाहरण

राज्यपाल बागडे ने छेड़छाड़ और रेपिस्टों को सजा देने के पुराने तरीकों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज के शासनकाल में अगर कोई रेप करता था तो उसे मारने के बजाय उसके हाथ-पैर तोड़ दिए जाते थे। यह सजा उसे मरते दम तक तकलीफ देती थी और समाज में सभी के लिए एक सबक बन जाती थी। उन्होंने कहा कि उन दिनों कानून का इतना खौफ था कि लोग अपराध करने से पहले सौ बार सोचते थे। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में अपराधों को रोकने के लिए ऐसी ही सख्त सजा की जरूरत है।

कानून का डर नहीं दिख रहा अपराधियों में

राज्यपाल ने वर्तमान कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आजकल के अपराधियों में कानून का डर नहीं दिखता। उन्होंने उदाहरण दिया कि 12 साल से कम उम्र के बच्चों के साथ रेप या कुकर्म करने वालों को फांसी की सजा का प्रावधान है, फिर भी रोजाना ऐसे मामले सामने आते हैं। उनका मानना है कि कानून का अपराधियों में डर पैदा करने के लिए कठोर कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने जनता और कानून व्यवस्था से अपील की कि वे सोचें और सुझाव दें कि आखिरकार ऐसे अपराध क्यों हो रहे हैं और इन्हें रोकने के लिए क्या किया जा सकता है।

छेड़छाड़ करने वालों की पिटाई करें

राज्यपाल बागडे ने छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ भी सख्त रवैया अपनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब भी कोई महिला छेड़छाड़ का शिकार हो, तो लोग वीडियो बनाने के बजाय उस अपराधी की पिटाई करें। उन्होंने लोगों को चेताया कि जब तक यह मानसिकता नहीं आएगी कि अपराधियों को मौके पर ही सजा दी जाए, तब तक ये अपराध रुकने वाले नहीं हैं।

क्या यह सजा असरदार हो सकती है?

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे का यह बयान निश्चित रूप से चर्चा का विषय बन गया है। उनका मानना है कि रेपिस्टों को नपुंसक कर देने से अपराधों में कमी आएगी। उनके इस बयान पर बहस भी छिड़ गई है कि क्या यह तरीका वाकई में अपराध रोकने में मददगार साबित हो सकता है या नहीं।

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