शोभना शर्मा। राज्यसभा सांसद और प्रख्यात वक्ता सुधांशु त्रिवेदी आज कोटा में आयोजित भव्य जन सम्मेलन में ‘विकसित भारत@2047’ विषय पर व्याख्यान देंगे। यह विशेष कार्यक्रम जनमंच संस्थान कोटा द्वारा तलवंडी स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे, जबकि क्षेत्र के विधायक, मंत्री, एवं अन्य जनप्रतिनिधि भी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश जैन और अन्य कार्यकर्ताओं ने सुधांशु त्रिवेदी का कोटा रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से देश के भविष्य, नागरिकों की भूमिका और ‘विकसित भारत@2047’ की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा होगी।
भारत के भविष्य और नागरिकों की भूमिका पर होगी चर्चा
जनमंच संस्थान के अध्यक्ष जितेंद्र गोयल ने बताया कि इस सम्मेलन के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में 400×200 वर्ग फुट का भव्य पंडाल बनाया गया है। इसके अलावा, आगंतुकों के लिए चार द्वारों से प्रवेश की सुविधा दी गई है और पार्किंग की व्यवस्था डीएवी स्कूल और सामुदायिक भवन में की गई है।
कार्यक्रम के दौरान सुधांशु त्रिवेदी विशेष रूप से इस बात पर चर्चा करेंगे कि नागरिकों की भूमिका ‘विकसित भारत@2047’ के निर्माण में कितनी महत्वपूर्ण होगी। शिक्षा नगरी कोटा में पढ़ने वाले लाखों विद्यार्थियों के भविष्य और भारत के विकास में उनके योगदान पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और देश के विकास के लिए नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।
निशुल्क पास और नागरिकों के लिए विशेष व्यवस्था
कार्यक्रम में अधिक से अधिक नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निशुल्क 10,000 पास वितरित किए गए हैं। प्रवक्ता रवि अग्रवाल ने बताया कि कोटा के अलावा बूंदी, बारां और झालावाड़ जैसे विभिन्न जिलों से भी नागरिक बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं। आयोजन समिति ने सभी प्रतिभागियों के लिए पूरी व्यवस्था कर ली है ताकि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
‘विकसित भारत@2047’ पर सुधांशु त्रिवेदी का दृष्टिकोण
सुधांशु त्रिवेदी अपने संबोधन में भारत के भविष्य की दिशा और देश को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा करेंगे। उनका यह व्याख्यान भारत की शिक्षा प्रणाली, तकनीकी विकास, आर्थिक प्रगति और सामाजिक उत्थान के पहलुओं पर केंद्रित होगा। यह कार्यक्रम उन सभी नागरिकों के लिए प्रेरणादायक होगा जो भारत के सुनहरे भविष्य के निर्माण में अपना योगदान देना चाहते हैं।