शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति में हाल ही में नया मोड़ आया है, जब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के संयोजक और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस की पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा पर तीखा हमला बोला। दिव्या मदेरणा, जो दिवंगत कांग्रेसी नेता महिपाल मदेरणा की बेटी हैं, ने बेनीवाल पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे रात को चार बजे लोगों के घर जाकर पांव पकड़ने पर मजबूर हो रहे हैं। दिव्या के इस बयान का जवाब देते हुए बेनीवाल ने कहा कि वह दुश्मनों की भी मदद करने वाले व्यक्ति हैं, लेकिन दिव्या मदेरणा कांग्रेस की प्रत्याशी के बजाय बीजेपी के लिए प्रचार कर रही हैं।
हनुमान बेनीवाल ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि वह किसी भी समय अपने क्षेत्र में घूम सकते हैं और जनता से मिल सकते हैं, क्योंकि वह चुनाव लड़ रहे हैं या उनके घर का कोई सदस्य चुनाव में खड़ा है। बेनीवाल ने अपनी बात रखते हुए कहा, “मैं तो दुश्मनों की भी मदद करता हूं। दिव्या मदेरणा, जो मेरे लिए कह रही हैं कि 4 बजे मैं लोगों के घर जाकर पांव पकड़ रहा हूं, उनको मैंने ही बनाया है।”
दिव्या मदेरणा के आरोप और बेनीवाल का जवाब
दिव्या मदेरणा ने कुछ दिनों पहले RLP नेता हनुमान बेनीवाल को लेकर टिप्पणी की थी कि खींवसर की किसान पट्टी ने बेनीवाल को वोट देने से इनकार कर दिया है और लोग कहते हैं कि उन्होंने उनकी बेटी को गालियां दी हैं। इसके जवाब में हनुमान बेनीवाल ने कहा कि दिव्या मदेरणा खुद बीजेपी के प्रत्याशी के लिए वोट मांग रही हैं, जबकि वे खुद को कांग्रेस का समर्थक कहती हैं।
हनुमान बेनीवाल ने दिव्या के परिवार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने दिव्या के पिता महिपाल मदेरणा और दादा परसराम मदेरणा की राजनीति पर तंज कसते हुए कहा कि वे नागौर और जोधपुर के लोगों के विकास के लिए कुछ नहीं कर पाए। बेनीवाल ने कहा, “आज तक इनके दादाजी और पिताजी गांव-ढाणी में पानी तक नहीं ला सके। नागौर और जोधपुर की जनता इनकी वजह से आज बर्बादी की हालत में है।”
हनुमान बेनीवाल का आरोप: दिव्या मदेरणा कर रही हैं बीजेपी का समर्थन
हनुमान बेनीवाल ने अपने बयान में आरोप लगाया कि दिव्या मदेरणा कांग्रेस की नेता होते हुए भी बीजेपी के प्रत्याशी के लिए वोट मांग रही हैं। उन्होंने कहा, “तुम कांग्रेस के आलाकमान बनने का दावा करती हो, लेकिन शर्म नहीं आती कि बीजेपी के लिए प्रचार कर रही हो।”
बेनीवाल ने यह भी कहा कि जो लोग दिव्या के समर्थन में खड़े हैं, उनके लिए भी उन्होंने मदद की है। उन्होंने दिव्या को निशाना बनाते हुए कहा कि अगर इतने विवाद के बाद भी कोई इंसान खुद को सम्मानजनक नहीं रख सकता, तो उसे आत्ममंथन करना चाहिए।
नागौर और जोधपुर के विकास की राजनीति
हनुमान बेनीवाल ने इस बहस में नागौर और जोधपुर के विकास के मुद्दों को उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि दिव्या के दादाजी परसराम मदेरणा और पिताजी महिपाल मदेरणा ने इन क्षेत्रों के विकास के लिए कोई ठोस कार्य नहीं किया। बेनीवाल ने कहा कि अगर समय पर नहरें और सिंचाई योजनाएं लाई जातीं, तो लोगों को आजीविका के लिए मद्रास और महाराष्ट्र में मजदूरी का काम करने की आवश्यकता नहीं होती।
उन्होंने कहा कि अगर कोई पांच लाख रुपए की बात करे, तो यहां के अधिकांश लोगों के पास इतने पैसे भी नहीं हैं। “इनके दादा और पिताजी ने नागौर के लोगों को बर्बाद कर दिया,” बेनीवाल ने कहा।
चुनाव में बेतहाशा बयानबाजी
इस पूरे विवाद में हनुमान बेनीवाल और दिव्या मदेरणा के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिल रही है। जहां दिव्या मदेरणा ने बेनीवाल पर आरोप लगाया कि वह रात को चार बजे लोगों के पांव पकड़ने जाते हैं, वहीं बेनीवाल ने दिव्या पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जनता के बीच में होने से पीछे नहीं हटते।
हनुमान बेनीवाल ने यह भी कहा कि वह जोरदार लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। “मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में कहीं भी घूम सकता हूं और जनता से मिल सकता हूं,” बेनीवाल ने कहा। उन्होंने दिव्या मदेरणा को भी चुनौती दी कि वह भी कांग्रेस प्रत्याशी के लिए इसी तरह मैदान में उतरें, लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि दिव्या बीजेपी का प्रचार कर रही हैं।
राजस्थान में चुनावी माहौल गर्माता जा रहा है और इस तरह की बयानबाजी इस बात को और भी स्पष्ट करती है कि चुनाव के नजदीक आते ही सियासी प्रतिद्वंद्विता और गहरी होती जा रही है। हनुमान बेनीवाल और दिव्या मदेरणा के बीच का यह विवाद सिर्फ राजनीति की दिशा ही नहीं बल्कि व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप की सीमा भी पार करता दिख रहा है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का प्रभाव आने वाले चुनाव परिणामों पर कैसा पड़ेगा।