मनीषा शर्मा। आरएलपी प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस पर तीखे हमले करते हुए कहा कि पार्टी का न तो कोई भविष्य है और न ही नेतृत्व में कोई दम। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस भाजपा के साथ मिली हुई है और आम आदमी पार्टी को हराने के लिए षड्यंत्र कर रही है। हनुमान बेनीवाल ने यह भी दावा किया कि अगर कांग्रेस का यही रवैया रहा, तो इंडिया गठबंधन में नेतृत्व बदलने की मांग तेज हो जाएगी। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार करने पहुंचे बेनीवाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को खत्म करना चाहती है। उन्होंने राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां कांग्रेस ने भाजपा से समझौता कर उपचुनाव लड़ा। 4000-4000 वोट लेकर सरेंडर हो गई। यह साबित करता है कि कांग्रेस की रणनीति क्षेत्रीय दलों के खिलाफ है।
कांग्रेस-भाजपा गठजोड़ का आरोप
बेनीवाल ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने भाजपा से “सुपारी” ली है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी को हराना है। उनका कहना है कि कांग्रेस ने राजस्थान में भी यही खेल खेला। कुछ कांग्रेस नेता पेपर लीक कांड में फंसे थे। तब भाजपा ने कहा कि हमारे लिए सीटें छोड़ दो, और कांग्रेस ने उनकी बात मान ली। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन कभी सत्ता हासिल नहीं कर पाएगा। राहुल और प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए बेनीवाल ने कहा कि उनके सलाहकारों ने पार्टी को हाईजैक कर लिया है। ये सलाहकार न तो किसी को राहुल और प्रियंका से मिलने देते हैं और न ही सही जानकारी उन तक पहुंचने देते हैं।
आम आदमी पार्टी को समर्थन
हनुमान बेनीवाल ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह के साथ मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया। बेनीवाल ने कहा कि वे आम आदमी पार्टी के लिए दिल्ली में प्रचार करेंगे और भाजपा-कांग्रेस के खिलाफ मजबूत विकल्प तैयार करेंगे।
इंडिया गठबंधन पर असंतोष
बेनीवाल ने इंडिया गठबंधन के भविष्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि मजबूरी में गठबंधन का हिस्सा बने थे ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराया जा सके। लेकिन इस गठबंधन से कोई लाभ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन का नेतृत्व राहुल गांधी कर रहे हैं, लेकिन उनकी कमजोरियों के कारण गठबंधन कमजोर हो गया है। बेनीवाल ने यह भी संकेत दिया कि चुनाव के बाद वे अन्य नेताओं से मिलकर राहुल गांधी की भूमिका पर सवाल उठाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस का यही रवैया रहा, तो गठबंधन में नेतृत्व बदलाव की मांग उठेगी।
भविष्य की रणनीति
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि वे चुनाव के बाद गठबंधन के भीतर सुधार के लिए काम करेंगे। उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन कभी भी भाजपा को हराने में सक्षम नहीं होगा। बेनीवाल ने कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि क्षेत्रीय दलों को मजबूत बनाने की दिशा में काम करना होगा।