शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के बीच हालिया बयानबाज़ी ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर तीखे आरोप लगाए, जिसमें योजनाओं की समीक्षा, जिलों की समाप्ति और जनहित से जुड़े मुद्दों पर गहरी चर्चा हुई।
अशोक गहलोत का हमला
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में बीजेपी सरकार के एक साल के कामकाज पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार जनहित की योजनाओं को खत्म कर रही है और यह जनता के साथ बदला लेने जैसा है। गहलोत ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने कई जगहों पर नए जिलों को समाप्त कर दिया, जिससे गुड गवर्नेंस प्रभावित हुआ। उनका मानना है कि नए जिले बनने से प्रशासनिक कामकाज बेहतर होता और जनता को फायदा मिलता।
गहलोत ने स्कूलों की बंदी पर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि स्कीम बनती है तो उसे सही तरीके से लागू किया जाना चाहिए, लेकिन मौजूदा सरकार इसे खत्म कर रही है। उन्होंने SI भर्ती प्रक्रिया और पेपर लीक मामले को लेकर भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए।
मदन राठौड़ का पलटवार
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने गहलोत के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत तीन बार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उन्हें सबकुछ पता है। इसके बावजूद वे भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। राठौड़ ने कहा कि गहलोत पहले भी संविधान और ईवीएम को लेकर भ्रम पैदा कर चुके हैं और अब वे सरकार के कामकाज पर सवाल उठाकर राजनीति कर रहे हैं।
राठौड़ ने कहा, “हमारी सरकार ने कांग्रेस की किसी जनहितैषी योजना को बंद नहीं किया। यदि किसी योजना की समीक्षा की गई है, तो यह जनता के हित में है।” उन्होंने ईआरसीपी (ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट) का उदाहरण देते हुए कहा कि गहलोत सरकार ने इस परियोजना को पांच साल तक अटकाए रखा, जबकि बीजेपी सरकार ने इसके एमओयू और टेंडर प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया।
कांग्रेस का आंदोलन और धरातल की तलाश
मदन राठौड़ ने कांग्रेस के बांसवाड़ा आंदोलन पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि बांसवाड़ा, डूंगरपुर और चौरासी जैसे क्षेत्रों में कांग्रेस अपनी जमानत तक नहीं बचा पाई। राठौड़ ने कहा कि जनता ने हाल ही में कांग्रेस को हकीकत दिखा दी और अब कांग्रेस इन आंदोलनों के जरिए अपना राजनीतिक आधार खोजने की कोशिश कर रही है।
पेपर लीक और भर्ती प्रक्रिया पर चर्चा
एसआई भर्ती प्रक्रिया को लेकर गहलोत के आरोपों पर राठौड़ ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर कोई गड़बड़ी हुई है, तो कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान पेपर लीक के मामलों ने युवाओं का भरोसा तोड़ा। बीजेपी सरकार इन मामलों की निष्पक्ष जांच कर रही है और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
गहलोत के आरोप और राठौड़ का बचाव
गहलोत ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह योजनाओं को खत्म करके केवल कांग्रेस को नुकसान पहुंचाना चाहती है। इसके जवाब में राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस ने कई योजनाएं केवल वाहवाही लूटने के लिए बनाई थीं, जिनकी समीक्षा करना जरूरी था। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार ने जनहितैषी योजनाओं को प्राथमिकता दी है और उन्हें सफलतापूर्वक लागू किया है।