मनीषा शर्मा। जैसलमेर जिले के प्रसिद्ध रामदेवरा मंदिर में बम धमाके की धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने मंदिर को खाली कराकर हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। यह धमकी पोकरण रेलवे स्टेशन पर मिली एक पर्ची के माध्यम से आई, जिसमें लिखा था कि कपड़े से बने घोड़ों में बम छिपाकर आतंकवादी मंदिर को निशाना बना सकते हैं। इस सूचना के मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां तुरंत हरकत में आईं और मंदिर की सुरक्षा को अत्यधिक सख्त कर दिया गया।
पर्ची मिलने के बाद कार्रवाई
पर्ची में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि मंदिर में घुसपैठ कर कपड़े से बने घोड़ों के अंदर बम हो सकता है। इस सूचना के आधार पर, पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने मंदिर परिसर के चारों ओर सुरक्षा बढ़ा दी और कपड़े से बने सभी घोड़ों को मंदिर से हटा दिया गया। इसके अलावा, मंदिर को तुरंत खाली कराया गया, और श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।
सुरक्षा एजेंसियों का अलर्ट
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, बम निरोधक दस्ते और आतंकवाद निरोधी दस्ते को मौके पर बुलाया गया। इन टीमों द्वारा मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। कपड़े के घोड़ों सहित अन्य संदिग्ध वस्तुओं की पूरी जांच की जा रही है ताकि किसी भी संभावित खतरे को टाला जा सके। मंदिर में प्रवेश को रोक दिया गया है, और श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
रामदेवरा मंदिर का महत्त्व
रामदेवरा मंदिर राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा रामदेव के दर्शन करने आते हैं। बाबा रामदेव का यह मेला राजस्थान के सबसे बड़े मेलों में से एक है और देशभर से श्रद्धालु यहां आते हैं। वर्तमान में मंदिर की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और प्रशासन इस स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
प्रशासन की सख्ती
स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि सुरक्षा के सभी उपाय किए जा रहे हैं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। मंदिर के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, और संदिग्ध वस्तुओं की जांच के लिए ड्रोन का भी उपयोग किया जा रहा है। खुफिया एजेंसियां पर्ची की सत्यता की जांच कर रही हैं, और संभावित आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए सतर्क हैं।