मनीषा शर्मा। पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई है। अब उन्हें राज्य के कुछ सरकारी अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा मिलेगी। यह सुविधा विशेष रूप से राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ एंड साइंसेज (RUHS) विश्वविद्यालय के संघटक मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों में उपलब्ध होगी। हालांकि, एसएमएस और अन्य बड़े सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए उन्हें पैसे चुकाने होंगे।
हाल ही में RUHS की बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट (BOM) की बैठक हुई, जिसमें विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने एक पत्र के माध्यम से कार्यवाहक वीसी को ज्ञापन दिया। इस ज्ञापन में कहा गया कि पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों को, जिन्हें अब तक भारत की नागरिकता नहीं मिली है, राज्य के सरकारी अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है। इस स्थिति को देखते हुए VHP ने इन शरणार्थियों को फ्री इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की।
बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों को RUHS विश्वविद्यालय से जुड़े मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा दी जाएगी। इस इलाज का भुगतान अस्पतालों में बनी मेडिकल रिलिफ सोसायटी (आरएमआरएस) के फंड से किया जाएगा।
इस सुविधा के तहत जयपुर में RUHS अस्पताल प्रताप नगर, जयपुरिया हॉस्पिटल मालवीय नगर और बनीपार्क स्थित डेंटल हॉस्पिटल में इन पाक शरणार्थियों को फ्री इलाज मिल सकेगा। यह निर्णय उन शरणार्थियों के लिए एक बड़ी राहत है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और इलाज के लिए पैसे नहीं चुका सकते।
बोर्ड बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि भविष्य में इस तरह के इलाज के लिए बजट का प्रावधान करने के लिए एक प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। इस प्रस्ताव में सरकार से मांग की जाएगी कि वह इस सुविधा के लिए बजट का प्रावधान करे। वर्तमान में, सरकारी अस्पतालों में केवल राजस्थान के निवासियों को ही फ्री इलाज, दवाइयां और जांच की सुविधा दी जा रही है।
इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार और RUHS शरणार्थियों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति संवेदनशील हैं। यह कदम न केवल शरणार्थियों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति और सहायता की आवश्यकता है।
पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों की स्थिति को देखते हुए, यह निर्णय एक सकारात्मक पहल है। इससे न केवल उनके स्वास्थ्य में सुधार होगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि वे समाज में एक सम्मानित जीवन जी सकें।
इस प्रकार, RUHS विश्वविद्यालय के अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा से पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों को एक नई उम्मीद मिली है। यह कदम न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि समाज में सभी वर्गों के लिए समानता और न्याय की आवश्यकता है।
इस निर्णय के बाद, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अन्य राज्य भी इस तरह की पहल करते हैं और शरणार्थियों के कल्याण के लिए कदम उठाते हैं। यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसे समाज के सभी वर्गों को समझना और समर्थन करना चाहिए।
इस प्रकार, यह निर्णय न केवल शरणार्थियों के लिए एक राहत है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि समाज में सभी वर्गों के लिए समानता और न्याय की आवश्यकता है। RUHS के अस्पतालों में फ्री इलाज की यह सुविधा एक महत्वपूर्ण कदम है, जो शरणार्थियों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक नई दिशा प्रदान करती है।