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ऐतिहासिक इमारत अल्बर्ट हॉल : चूहों से निजात पाने के लिए दो दिन बंद

ऐतिहासिक इमारत अल्बर्ट हॉल : चूहों से निजात पाने के लिए दो दिन बंद

शोभना शर्मा। जयपुर की पहचान और उसकी खूबसूरती को चार चांद लगाने वाली ऐतिहासिक इमारत अल्बर्ट हॉल, 142 साल पुरानी अपनी भव्यता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इस ऐतिहासिक स्थल पर हर साल लाखों देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं और इसकी सुंदरता के सामने तस्वीरें खिंचवाकर जयपुर की यादों को संजोते हैं। अल्बर्ट हॉल, राजस्थान का सबसे पुराना संग्रहालय होने के साथ-साथ 2400 साल पुरानी मिश्र की ममी सहित अनमोल मूर्तियों और कलाकृतियों का घर भी है।

हालांकि, इन दिनों अल्बर्ट हॉल खस्ताहाल स्थिति में है, और जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) ने इसे सोमवार 30 सितंबर और मंगलवार 1 अक्टूबर को पर्यटकों के लिए बंद रखने का फैसला किया है। इसका मुख्य कारण चूहों की अत्यधिक संख्या है, जो रामनिवास बाग में बढ़ चुकी है। इन चूहों ने अल्बर्ट हॉल और उसके आसपास हजारों बिल बना दिए हैं, जिससे जमीन खोखली हो गई है और इसके कारण महामारी फैलने की आशंका बन गई है।

चूहों का आतंक और बंद का निर्णय

जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, चूहों की बढ़ती संख्या का एक बड़ा कारण पक्षियों और चींटियों को डाला जाने वाला दाना और आटा है। लोगों की इस आदत ने चूहों की संख्या को बहुत अधिक बढ़ा दिया है। हजारों बिलों ने जमीन को कमजोर और खोखला बना दिया है, जिसके चलते अल्बर्ट हॉल की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने का फैसला लिया गया है।

जेडीए ने अल्बर्ट हॉल और पूरे रामनिवास बाग क्षेत्र में कीटनाशक का छिड़काव करने का निर्णय लिया है। इसके तहत चूहों के बिलों को भरने और उन्हें खत्म करने के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जाएगा। यह काम संग्रहालय विभाग की अनुमति से किया जाएगा, जिसके लिए जेडीए ने उन्हें पत्र लिखा था। इन गतिविधियों को सुचारू रूप से अंजाम देने के लिए अल्बर्ट हॉल को दो दिन बंद रखा जाएगा।

राइजिंग राजस्थान समिट की तैयारी

जयपुर में 9 से 11 दिसंबर के बीच ‘राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट’ का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के निवेशक और कारोबारी शामिल होंगे। इस समिट के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा, जिनमें से कुछ अल्बर्ट हॉल के सामने भी प्रस्तावित हैं। इस समिट के दौरान जयपुर की इस ऐतिहासिक इमारत की खूबसूरती और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जेडीए सक्रिय रूप से कदम उठा रहा है। अल्बर्ट हॉल को चूहों से मुक्त करने के साथ ही उसकी भव्यता को और बढ़ाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।

अल्बर्ट हॉल की ऐतिहासिक महत्ता

यह अल्बर्ट हॉल केवल जयपुर की पहचान ही नहीं है, बल्कि भारत के समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। इस ऐतिहासिक इमारत में सैंकड़ों साल पुरानी मूर्तियां और कलाकृतियां मौजूद हैं, जो राजस्थान के गौरवशाली इतिहास की झलक देती हैं। चूहों से बचाव के ये कदम न सिर्फ इस इमारत की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इसके पर्यटन और सांस्कृतिक महत्त्व को भी संरक्षित रखने में सहायक होंगे।

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