मनीषा शर्मा। राजस्थान के नागौर जिले के खींवसर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के चलते 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ मतदाताओं के लिए होम वोटिंग प्रक्रिया शुरू की गई है। होम वोटिंग के पहले चरण में निर्वाचन विभाग के अधिकारी वरिष्ठ मतदाताओं के घर जाकर मतदान करवा रहे हैं। 4 से 8 नवंबर तक चलने वाली इस प्रक्रिया का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के लिए मतदान को आसान बनाना है।
खींवसर विधानसभा में 2387 वरिष्ठ मतदाता:
खींवसर विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु के कुल 2387 मतदाता रजिस्टर्ड हैं। इन्हें मतदान का अधिकार देने के लिए निर्वाचन विभाग ने होम वोटिंग की सुविधा शुरू की है, ताकि वे घर बैठे सुरक्षित रूप से मतदान कर सकें।होम वोटिंग के लिए 8 मतदान दलों का गठन:
खींवसर में इस विशेष मतदान प्रक्रिया को सुव्यवस्थित तरीके से संचालित करने के लिए निर्वाचन विभाग ने 8 मतदान दलों का गठन किया है। प्रत्येक दल में पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी, माइक्रो ऑब्जर्वर, पुलिसकर्मी और वीडियोग्राफर शामिल हैं। मतदान के दौरान सभी नियमों और प्रक्रियाओं का पालन सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मतदान दल को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उपाय:
होम वोटिंग की प्रक्रिया पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ संचालित हो, इसके लिए रिटर्निंग ऑफिस में सभी राजनीतिक दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंट्स की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में होम वोटिंग के नए नियमों की जानकारी दी गई, और हर दल के पोलिंग एजेंट्स को मतदान दलों का रूट चार्ट और मतदाता सूची प्रदान की गई। इससे यह सुनिश्चित किया गया कि हर दल मतदान प्रक्रिया को नजदीक से देख सके।वीडियोग्राफी और निगरानी:
होम वोटिंग के दौरान वीडियोग्राफी की जा रही है, ताकि यह प्रक्रिया सुरक्षित और पारदर्शी रहे। प्रत्येक मतदान दल के साथ वीडियोग्राफर की नियुक्ति की गई है, जो वोटिंग प्रक्रिया को रिकॉर्ड कर रहा है। इसके अलावा माइक्रो ऑब्जर्वर और पुलिसकर्मी भी मतदान दल के साथ मौजूद हैं।वरिष्ठ मतदाताओं के लिए विशेष प्रयास:
85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं को होम वोटिंग का लाभ प्रदान करने के पीछे निर्वाचन विभाग का मुख्य उद्देश्य उन्हें मतदान में भागीदारी का अवसर देना है। कई वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य समस्याओं या शारीरिक अक्षमताओं के कारण मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच सकते। इस पहल के जरिए वे अपने घर पर ही वोट देकर लोकतंत्र में भाग ले सकते हैं।मतदाताओं के लिए निर्देश:
होम वोटिंग में भाग लेने वाले वरिष्ठ मतदाताओं को मतदान से पहले अपने मतदान दल का इंतजार करना होगा। निर्वाचन विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक वरिष्ठ मतदाता को उनके समय और सुविधा के अनुसार मतदान का अवसर मिल सके।लोकतंत्र में भागीदारी को बढ़ावा देने की पहल:
इस पहल के माध्यम से निर्वाचन विभाग न केवल वरिष्ठ नागरिकों के मताधिकार का सम्मान कर रहा है बल्कि लोकतंत्र में उनकी भागीदारी को भी बढ़ावा दे रहा है। राजस्थान में यह विशेष कदम वरिष्ठ नागरिकों को मतदान में भाग लेने का अनोखा अवसर प्रदान कर रहा है।