शोभना शर्मा। राजस्थान के बाड़मेर जिले में सोमवार रात एक बड़ा हादसा हुआ, जब भारतीय वायुसेना का मिग-29 फाइटर प्लेन क्रैश हो गया। यह हादसा बाड़मेर के उत्तरलाई एयरबेस के पास हुआ। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। लेकिन, राहत की बात यह रही कि विमान में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। हादसे के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
वायुसेना का बयान:
भारतीय वायुसेना ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर इस हादसे की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि “बाड़मेर सेक्टर में नियमित रात्रि प्रशिक्षण मिशन के दौरान मिग-29 फाइटर प्लेन में गंभीर तकनीकी खराबी आ गई। इसके चलते पायलटों को इजेक्ट करना पड़ा। दोनों पायलट सुरक्षित हैं और किसी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई है। इस घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं।”
घटना का विवरण:
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह हादसा सोमवार रात लगभग 10 बजे हुआ। विमान रहवासी इलाकों से दूर एक खेत में जाकर क्रैश हुआ। हादसे के बाद विमान में आग लग गई और एक जोरदार धमाका हुआ। घटना की सूचना मिलते ही बाड़मेर के कलेक्टर निशांत जैन और जिला पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नरेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि घटना स्थल के पास का इलाका घनी आबादी वाला है। लेकिन पायलटों की सूझबूझ के चलते उन्होंने विमान को आबादी से दूर खेत की ओर ले जाने का प्रयास किया। इससे बड़ी जनहानि होने से बच गई। एयरफोर्स ने हादसे के बाद लगभग 400 मीटर के क्षेत्र को सीज कर दिया है।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान:
घटनास्थल के पास रहने वाले ग्रामीण नीमराज ने बताया कि हादसे के समय वे घर के बाहर बैठे थे, तभी जोरदार धमाका हुआ। पहले तो उन्हें लगा कि बिजली गिरी है, लेकिन जब वे मौके पर पहुंचे, तो देखा कि वहां एक फाइटर प्लेन क्रैश हो गया था और उसमें आग लगी हुई थी।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि पायलटों ने खुद को सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की। एक पायलट विमान क्रैश होने से करीब एक किलोमीटर पहले ही इजेक्ट हो गया था, जबकि दूसरा पायलट शहीद हुकम सिंह की ढाणी के पास सुरक्षित मिला।
इस हादसे के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं ताकि दुर्घटना के कारणों की गहन जांच की जा सके। यह घटना एक बार फिर वायुसेना की सुरक्षा और पायलटों की तेजी से कार्यवाही की महत्वपूर्णता को दर्शाती है, जिससे बड़े हादसे को टाला जा सका।