शोभना शर्मा। अजमेर में भारतीय सेना के एक जवान से 5.43 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने उसे रेस्टोरेंट में रिव्यू देने के नाम पर कई टास्क दिए और हर टास्क पूरा करने के बाद मुनाफा देने का लालच देकर लाखों रुपए ठग लिए। पीड़ित सैनिक वर्तमान में असम में तैनात है और उसने अजमेर एसपी के जरिए साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
साइबर थाने के सब-इंस्पेक्टर मनीष चरण के अनुसार, किशनगढ़ निवासी जितेंद्र यादव ने यह शिकायत दर्ज कराई है। जितेंद्र भारतीय सेना में 2012 से कार्यरत है और वर्तमान में असम में तैनात है। 10 सितंबर को उसे एक कॉल और व्हाट्सएप पर संदेश मिला, जिसमें उसे बताया गया कि अगर वह कुछ रेस्टोरेंट्स को डेमो रिव्यू देकर 5 स्टार नंबर देगा, तो उसे अच्छा खासा मुनाफा मिलेगा। इस प्रकार ठगों ने उसे आकर्षित किया और टास्क पूरा करने के बाद उसकी बैंकिंग जानकारी मांगी।
इसके बाद, जितेंद्र को टेलीग्राम के एक ग्रुप में जोड़ा गया, जिसका नाम “कॉइन DCX डिजिटल मार्केटिंग कंपनी” था। ठगों ने उसे छोटे-छोटे टास्क देकर उसकी मानसिकता को प्रभावित किया। एक टास्क पूरा करने पर उसे मात्र 210 रुपए ट्रांसफर किए गए, जिससे उसका विश्वास और बढ़ गया। इसके बाद उसे अलग-अलग टास्क दिए गए, जिनके स्क्रीनशॉट वह ग्रुप के प्रतिनिधि को भेजता था। परंतु हर टास्क को पूरा करने से पहले उससे पैसे जमा करने को कहा जाता, और कहा जाता कि उसे ये राशि दोगुनी करके वापस मिलेगी।
इस झांसे में फंसकर जितेंद्र ने कई बार ट्रांजैक्शन किए और ठगों ने उससे 5.43 लाख रुपए उगाह लिए। जब उसने अपने पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो ठगों ने उसे बताया कि उसका क्रेडिट स्कोर केवल 80 पॉइंट्स है और उसे 100 पॉइंट्स तक पहुंचने पर ही पूरा पैसा वापस मिलेगा। तब जाकर जितेंद्र को ठगी का एहसास हुआ।
पीड़ित ने तुरंत इस मामले की शिकायत अजमेर एसपी के पास की, और मामले की जांच साइबर थाने को सौंप दी गई। पुलिस अब ठगों का पता लगाने और ठगी की रकम वापस दिलाने की कोशिश कर रही है।