शोभना शर्मा। राजस्थान के झुंझुनूं जिले में भाजपा के भीतर आंतरिक कलह एक बार फिर से उजागर हो गई है। सोमवार को चिड़ावा पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक के दौरान भाजपा के दो गुटों के बीच जमकर बहस हुई, जो बाद में हिंसक झड़प में बदल गई। इस झगड़े में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए प्रधान रोहिताश्व धांगड़ के ड्राइवर ने भाजपा नेता राजेश डारा को सार्वजनिक रूप से पीट दिया। यह घटना न केवल भाजपा के भीतर चल रहे टकराव को दर्शाती है, बल्कि पार्टी की अंदरूनी राजनीति को भी उजागर करती है।
चिड़ावा पंचायत समिति में हुई मारपीट
सोमवार को चिड़ावा पंचायत समिति की बैठक में भाजपा के दो सदस्य, उम्मेद किठाना और शीला डारा, अपना इस्तीफा लेकर पहुंचे। बैठक शुरू होने से पहले दोनों सदस्यों ने मनोनीत प्रधान रोहिताश्व धांगड़ को अपने इस्तीफे सौंपने की कोशिश की। इस दौरान भाजपा विधायक राजेंद्र भांबू भी वहां मौजूद थे। इसी बीच भाजपा की महिला सदस्य शीला डारा के पति और भाजपा नेता राजेश डारा ने विधायक राजेंद्र भांबू से अभद्र भाषा में बात की। इस पर प्रधान रोहिताश्व धांगड़ के ड्राइवर को गुस्सा आ गया, जिसने राजेश डारा को सभी के सामने पीट दिया।
विवाद की जड़
यह विवाद तब शुरू हुआ जब राज्य सरकार ने चिड़ावा पंचायत समिति की पूर्व प्रधान इंदिरा डूडी को पद से निलंबित कर दिया और कांग्रेस के टिकट पर चुने गए रोहिताश्व धांगड़ को कार्यकारी प्रधान बना दिया। बाद में रोहिताश्व भाजपा में शामिल हो गए, जिससे स्थानीय भाजपा नेताओं और उनके समर्थकों में असंतोष फैल गया। भाजपा के दो सदस्य, उम्मेद किठाना और शीला डारा, जो भाजपा नेता बबलू चौधरी के करीबी माने जाते हैं, ने इस नियुक्ति का विरोध करते हुए इस्तीफा देने का फैसला किया। इन सदस्यों का आरोप है कि पार्टी ने “गंदे लोगों” को नेतृत्व सौंप दिया है।
भाजपा के भीतर बढ़ता असंतोष
चिड़ावा पंचायत समिति में भाजपा के दो ही सदस्य हैं, जो दोनों ही सोमवार को इस्तीफा देने पहुंचे। इस घटना से स्पष्ट है कि भाजपा के भीतर गुटबाजी और असंतोष बढ़ रहा है। कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए प्रधान रोहिताश्व धांगड़ को लेकर पार्टी में मतभेद हैं। भाजपा नेता शीला डारा ने प्रधान पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने ऐसे लोगों को कमान दी है, जो संगठन को नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह बयान इस बात का संकेत है कि पार्टी के भीतर गहरे मतभेद मौजूद हैं।
पार्टी के भीतर दो धड़े
झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायक राजेंद्र भांबू और पार्टी नेता बबलू चौधरी के बीच लंबे समय से प्रतिद्वंद्विता चली आ रही है। यह प्रतिद्वंद्विता अब पार्टी के अन्य सदस्यों और पंचायत समिति तक पहुंच गई है।
सियासी नजरिए से देखा जा रहा विवाद
इस घटना को अलग-अलग सियासी नजरिए से देखा जा रहा है। कुछ लोग इसे भाजपा के अंदर चल रहे शक्ति संघर्ष का परिणाम मानते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि यह कांग्रेस से आए नेताओं के प्रति असंतोष का प्रदर्शन है।