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पहली सैलरी से करें निवेश: इमरजेंसी फंड से SIP तक की जरूरी बातें

पहली सैलरी से करें निवेश: इमरजेंसी फंड से SIP तक की जरूरी बातें

मनीषा शर्मा। निवेश करना एक महत्वपूर्ण कदम है जो आपके वित्तीय भविष्य को सुरक्षित और समृद्ध बना सकता है। निवेश जितनी जल्दी शुरू किया जाए, उतना ही बेहतर भविष्य की योजना बनाई जा सकती है। अक्सर फाइनेंशियल एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि आप अपनी आय का 20 से 30 प्रतिशत हिस्सा बचत और निवेश में डालें। अगर आप अपनी पहली सैलरी से ही सही दिशा में निवेश की शुरुआत करते हैं, तो भविष्य में कभी भी पैसों की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।

यहां हम आपको चार महत्वपूर्ण बातें बताएंगे, जिनका ध्यान रखकर आप निवेश शुरू कर सकते हैं और वित्तीय स्थिरता प्राप्त कर सकते हैं।

1. इमरजेंसी फंड से करें शुरुआत

पहले कदम के रूप में अपनी पहली सैलरी से एक इमरजेंसी फंड तैयार करें। यह फंड आपको अप्रत्याशित परिस्थितियों से निपटने में मदद करेगा, जैसे नौकरी छूट जाना, बीमारी, या कोई अन्य आपातकालीन स्थिति। इमरजेंसी फंड के रूप में कम से कम छह महीने की सैलरी को अलग रखें, जिससे आपको संकट के समय अपनी बचत या निवेश को तुड़वाने की जरूरत न पड़े। इस फंड को ऐसी जगह रखें जहां से इसे आसानी से निकाला जा सके, जैसे बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)।

इमरजेंसी फंड का मुख्य उद्देश्य आपको बिना किसी तनाव के मुश्किल समय में आर्थिक मदद प्रदान करना है, इसलिए इसे अपनी नियमित बचत या निवेश से अलग रखना चाहिए।

2. हेल्थ इंश्योरेंस है जरूरी

दूसरा कदम हेल्थ इंश्योरेंस लेना है, जो अक्सर युवा निवेशकों द्वारा नजरअंदाज कर दिया जाता है। आज के समय में मेडिकल खर्च काफी ज्यादा हो सकते हैं और यदि आप इसके लिए पहले से तैयार नहीं होते हैं, तो यह आपकी वित्तीय स्थिति पर भारी पड़ सकता है। इसलिए अपने और अपने परिवार के लिए एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदें। युवा उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस लेने का फायदा यह है कि आपको कम प्रीमियम पर अधिक कवर मिल सकता है।

अगर आपके माता-पिता बुजुर्ग हैं, तो उनके लिए भी हेल्थ इंश्योरेंस लेना महत्वपूर्ण है। इससे भविष्य में मेडिकल इमरजेंसी के समय आपको आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।

3. SIP से करें नियमित निवेश की शुरुआत

तीसरे चरण में आपको अपने बचत के पैसे को निवेश के लिए अलग-अलग जगहों पर लगाना चाहिए। इसके लिए सबसे अच्छा और सुरक्षित विकल्प SIP (Systematic Investment Plan) है। SIP आपको छोटे-छोटे निवेश के माध्यम से लंबी अवधि में अच्छा पैसा जोड़ने की सुविधा देता है। इसकी खासियत यह है कि आप इसे कम से कम ₹500 से शुरू कर सकते हैं और अपनी जरूरत और सैलरी के हिसाब से इसे बढ़ा सकते हैं।

SIP से आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है, जिससे आपका निवेश समय के साथ बढ़ता जाता है। यह आपके भविष्य की वित्तीय योजनाओं को मजबूत करने में सहायक साबित हो सकता है।

4. गारंटीड रिटर्न वाली योजनाओं में निवेश करें

SIP के अलावा, आपको अपने पोर्टफोलियो में गारंटीड रिटर्न वाली योजनाओं को भी शामिल करना चाहिए। इन योजनाओं में जोखिम कम होता है और आपको निश्चित समय पर रिटर्न मिलता है। उदाहरण के तौर पर, आप RD (Recurring Deposit), PPF (Public Provident Fund), FD (Fixed Deposit), या पोस्ट ऑफिस की किसी योजना में निवेश कर सकते हैं।

यह निवेश आपको उस समय काम आएगा जब आपको अचानक पैसे की जरूरत हो। साथ ही, इस तरह के निवेश को आप अपनी लंबी अवधि की योजनाओं के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

अलग-अलग अवधि के निवेश को चुनें

अपनी निवेश योजना बनाते समय, यह ध्यान रखें कि आपके पास विभिन्न समय-सीमाओं के लिए अलग-अलग निवेश विकल्प हों। इससे जब भी आपको पैसों की जरूरत पड़े, आप सही समय पर उन योजनाओं से लाभ प्राप्त कर सकें। साथ ही, कोशिश करें कि आप अपनी लंबी अवधि की योजनाओं को बीच में बंद न करें, क्योंकि इससे आपके निवेश का उद्देश्य अधूरा रह सकता है।

अगर आप पहली सैलरी से ही इन चार प्रमुख बिंदुओं को ध्यान में रखकर निवेश की शुरुआत करते हैं—इमरजेंसी फंड, हेल्थ इंश्योरेंस, SIP, और गारंटीड रिटर्न स्कीम—तो भविष्य में आपको कभी भी पैसों की टेंशन नहीं होगी। इन योजनाओं का पालन करके आप अपनी वित्तीय स्थिति को स्थिर और सुरक्षित बना सकते हैं।

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