मनीषा शर्मा। बुधवार को राजस्थान में आयोजित राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर्स मीट 2024 में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की घोषणा की गई। बांसवाड़ा जिले में गोल्ड माइनिंग के लिए 8000 करोड़ रुपए का सबसे बड़ा निवेश आया, जिससे लगभग 6,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा सवाई माधोपुर और जैसलमेर में होटल और रिसॉर्ट खोलने के लिए कई निवेश प्रस्ताव आए, जिससे इन जिलों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
बांसवाड़ा में गोल्ड माइनिंग प्रोजेक्ट से बड़े पैमाने पर निवेश
बांसवाड़ा में 8,000 करोड़ रुपए का निवेश गोल्ड माइनिंग में हुआ है, जो इस जिले का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट से लगभग 6,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। इसके अलावा, बायोफ्यूल के लिए 40 करोड़, मिनरल प्रोसेसिंग के लिए 60 करोड़, और एग्रो प्रोसेसिंग के लिए 50 करोड़ रुपए का निवेश भी हुआ है। इसके साथ ही कुल 52 निवेशकों ने 8,936.46 करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए, जिनका उद्देश्य 2025-26 तक इन प्रोजेक्ट्स को पूरा करना है।
बांसवाड़ा में इस प्रोजेक्ट से 11463 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है, जिसमें 9300 लोग माइनिंग प्रोजेक्ट्स से रोजगार पाएंगे। गोल्ड माइनिंग के अलावा, बायोफ्यूल इकाइयों और मिनरल प्रोसेसिंग यूनिट्स में भी हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
सवाई माधोपुर में होटल-रिसॉर्ट और टूरिज्म से बढ़ेगा रोजगार
सवाई माधोपुर में निवेशकों ने होटल और रिसोर्ट्स खोलने में रुचि दिखाई। 34 निवेशकों में से 18 ने होटल और रिसोर्ट खोलने के लिए एमओयू साइन किए, जिससे लगभग 5,394 लोगों को रोजगार मिलेगा। जिला प्रभारी मंत्री गौतम कुमार दक के अनुसार, अमरूद प्रोसेसिंग यूनिट और कई अन्य उद्योगों से भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस क्षेत्र में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक निवेश से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
जैसलमेर में होटल-रिसॉर्ट और डेजर्ट कैंप की योजना
जैसलमेर में 78 निवेशकों में से 45 ने होटल, रिसोर्ट और डेजर्ट कैंप प्रोजेक्ट्स के लिए एमओयू किए, जो जैसलमेर की पर्यटन क्षमता को और अधिक बढ़ाने का कार्य करेगा। कुल 25979 करोड़ रुपए के इन निवेशों से जैसलमेर में लगभग 15,500 लोगों को रोजगार मिलेगा।
बाड़मेर में इंडस्ट्रियल निवेश और संभावनाएं
बाड़मेर में 115 निवेशकों ने कुल 2200 करोड़ रुपए के निवेश के समझौते किए हैं, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। बाड़मेर में विभिन्न उद्योगों और विनिर्माण इकाइयों में निवेश से जिले में आर्थिक उन्नति की उम्मीद की जा रही है।
निवेश से रोजगार के अवसरों में वृद्धि
इन्वेस्टर्स मीट में रोजगार के अवसरों पर जोर दिया गया, विशेष रूप से गोल्ड माइनिंग, होटल-रिसोर्ट, बायोफ्यूल, मिनरल प्रोसेसिंग, और एग्रो प्रोसेसिंग में बड़े पैमाने पर निवेश हुआ। इस निवेश से राज्य में हजारों युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा, जो राज्य की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
बांसवाड़ा में औद्योगिक विकास की चुनौतियां
हालांकि बांसवाड़ा में निवेश के कई अवसर हैं, लेकिन वहां सरकारी जमीन की कमी एक चुनौती है। लघु उद्योग भारती के सचिव दीनदयाल शर्मा के अनुसार, बांसवाड़ा में पर्याप्त खनिज और पानी के बावजूद इंडस्ट्रियल एरिया की कमी के कारण उद्योग स्थापित नहीं हो पा रहे हैं। दानपुर क्षेत्र में थर्मल पावर प्लांट के लिए अलॉट की गई जमीन को इंडस्ट्रियल एरिया में उपयोग करने का सुझाव दिया गया है। इस कदम से आदिवासी क्षेत्र में उद्योगों को बढ़ावा मिल सकता है, जिससे राज्य में आर्थिक विकास होगा।
टूरिज्म और वस्त्र नीति में सुधार की आवश्यकता
मीट में निवेशकों ने राजस्थान में वस्त्र नीति में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। निवेशक एनके बहेडिया ने कहा कि सही नीति के अभाव में कई उद्योग गुजरात और मध्य प्रदेश में शिफ्ट हो रहे हैं। टूरिज्म उद्योग में सुधार के माध्यम से भी रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाया जा सकता है।