शोभना शर्मा। राजस्थान के बूंदी जिले में बजरी माफिया जब्बार की रिहाई पर निकाले गए जश्न ने एक अनोखा मोड़ ले लिया। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जब्बार को जेल से रिहा किया गया। उसके दोस्त उसे लेने पहुंचे और खुशी-खुशी डीजे के साथ जुलूस निकालते हुए हाईवे तक पहुंच गए। हालांकि, यह जश्न ज्यादा देर नहीं टिक पाया, क्योंकि पुलिस ने शांति भंग के आरोप में जब्बार और उसके तीन दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना हिंडोली थाना क्षेत्र में बुधवार शाम हुई। बजरी माफिया के रूप में कुख्यात जब्बार को लगभग 9 महीने बाद जेल से रिहाई मिली थी, लेकिन रिहाई की खुशी में डीजे जश्न मनाना उसे भारी पड़ गया।
9 महीने बाद जेल से रिहाई
जब्बार को पिछले साल अवैध बजरी खनन के मामले में गिरफ्तार किया गया था। यह मामला इतना बड़ा था कि इसकी जांच CBI ने की। जब्बार लंबे समय से जेल में बंद था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उसे बुधवार को रिहा किया गया।जेल से बाहर निकलते ही, उसके दोस्तों ने इस मौके को धूमधाम से मनाने का फैसला किया। उन्होंने डीजे बजाकर और नाचते-गाते हुए जुलूस निकाला, जो उसके गांव तलाव से शुरू होकर नेशनल हाईवे तक पहुंच गया।
डीजे, गाने और हाईवे पर ट्रैफिक जाम
जश्न के दौरान जब्बार और उसके दोस्तों ने डीजे पर मशहूर गाने “डीजे वाले बाबू मेरा गाना चला दो” बजाए। हाईवे पर जुलूस के कारण यातायात बाधित हो गया। गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं, और राहगीरों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। हाईवे पर ट्रैफिक जाम की सूचना मिलते ही, हिंडोली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जब्बार और उसके तीन दोस्तों- सलमान, शकील और नाजिम को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी और फिर से जेल
पुलिस ने जब्बार और उसके दोस्तों पर शांति भंग करने का आरोप लगाया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। चारों आरोपियों को उपखंड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जिन्होंने सभी से 50-50 हजार रुपये का मुचलका जमा करने को कहा। हालांकि, मुचलका जमा न करने की वजह से चारों आरोपियों को फिर से जेल भेज दिया गया।
पुलिस का क्या कहना है?
हिंडोली पुलिस ने बताया कि जब्बार अवैध बजरी खनन के मामले में जेल में बंद था। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह रिहा हुआ था। हाईवे पर जुलूस निकालने और डीजे बजाकर शांति भंग करने के कारण उसे दोबारा गिरफ्तार किया गया।
जब्बार के दोस्त निराश
जब्बार के दोस्तों ने सोचा था कि 9 महीने बाद वह जेल से रिहा होकर घर जाएगा, लेकिन डीजे पर नाचने-गाने का यह जश्न उनके लिए भारी पड़ गया। उनके द्वारा निकाले गए जुलूस ने जब्बार को फिर से जेल पहुंचा दिया। इस घटना ने गांव में चर्चा का माहौल बना दिया। लोग इसे “जेल से रिहाई का अनोखा जश्न” कह रहे हैं।
जब्बार और अवैध बजरी खनन का मामला
राजस्थान में अवैध बजरी खनन एक गंभीर समस्या है। जब्बार जैसे माफिया इस कारोबार से जुड़े हैं ।जब्बार को सदर थाना पुलिस ने अवैध खनन के मामले में गिरफ्तार किया था। इस मामले की जांच सीबीआई ने की, जिससे इसकी गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। 9 महीने जेल में बिताने के बाद, सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने पर वह बाहर आया था।
क्या कहती है जनता?
जब्बार की गिरफ्तारी और जश्न मनाने की घटना ने क्षेत्र में लोगों को हैरान कर दिया। कुछ लोगों का कहना है कि यह कानून का उल्लंघन है और पुलिस ने सही कदम उठाया। वहीं, कुछ लोग इसे जश्न का माहौल बता रहे हैं और इसे निर्दोष मस्ती के रूप में देख रहे हैं।