शोभना शर्मा। जयपुर के जगतपुरा स्थित पॉलिटेक्निक गर्ल्स कॉलेज के प्रिंसिपल सैयद मश्कूर अली पर छात्राओं से छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार के आरोप पहले से ही लगे थे। लेकिन अब उनकी मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं क्योंकि एक छात्रा ने उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए प्रताप नगर थाना पुलिस में मामला दर्ज कराया है।
पहले छेड़छाड़ के आरोप में हुई थी गिरफ्तारी
यह मामला तब सुर्खियों में आया जब कुछ समय पहले कॉलेज की छात्राओं ने सड़कों पर आकर प्रदर्शन किया और रास्ता जाम कर दिया। छात्राओं ने आरोप लगाया था कि प्रिंसिपल लाइब्रेरी के कोने में बैठकर छात्राओं को बुलाता और फिर उनके प्राइवेट बॉडी पार्ट को टच करता था। पिछले महीने फरवरी में जब यह मामला सामने आया, तो छात्राओं ने तकनीकी शिक्षा के सचिव से शिकायत की। शिकायत की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई और जांच में आरोप सही पाए गए। इसके बाद आरोपी प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया। हालांकि, इसके बाद एक और जांच कमेटी बनाई गई जिससे छात्राओं में नाराजगी बढ़ गई। छात्राओं का आरोप था कि दूसरी कमेटी प्रिंसिपल को बचाने के उद्देश्य से बनाई गई थी। प्रताप नगर पुलिस ने छात्राओं की रिपोर्ट पर आरोपी को गिरफ्तार किया था।
अब रेप का मामला भी दर्ज
छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तारी और जमानत मिलने के बाद भी प्रिंसिपल की परेशानियाँ खत्म नहीं हुईं। अब उसी कॉलेज की एक छात्रा ने सैयद मश्कूर अली पर रेप का मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट दर्ज होते ही प्रताप नगर पुलिस ने उन्हें फिर से हिरासत में ले लिया। छात्राओं का आरोप है कि प्रिंसिपल लड़कियों को बड़े नेताओं और अफसरों से मिलाने का झांसा देकर अपनी गाड़ी में बिठाकर घुमाने ले जाता था और उसी दौरान छेड़छाड़ करता था। इसके अलावा, कॉलेज की लाइब्रेरी के वॉशरूम में हिडन कैमरे लगाने के आरोप भी लगाए गए हैं।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
इस बार गिरफ्तारी के बाद आरोपी प्रिंसिपल के लिए मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। पुलिस इस मामले में गहनता से जांच कर रही है और जल्दी ही मामले में बड़ा खुलासा हो सकता है। पहले भी शिकायतें आई थीं कि आरोपी प्रिंसिपल लड़कियों को सरकारी नौकरी लगवाने का लालच देकर अपने जाल में फंसाने की कोशिश करता था। इस मामले की पूरी तरह से जांच की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोषी को सजा मिले।
छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से कॉलेजों में छात्राओं की सुरक्षा और उनके साथ होने वाले दुर्व्यवहार के मुद्दे को उजागर कर दिया है। प्रशासन और पुलिस की ओर से उचित कार्रवाई न होने पर छात्रों में आक्रोश है।