राजस्थान पुलिस द्वारा आमजन में विश्वास अर्जित करने को प्राथमिकता देते हुए जन सहभागिता पर विशेष बल दिया जा रहा है। प्रत्येक थाना स्तर पर बनाये गये कम्यूनिटी लाइजन ग्रुप इस दृष्टि से महत्वपूर्ण सिद्ध हो रहे हैं। प्रदेश में करीब 97 हजार सीएलजी सदस्य नियमित रूप से थाना स्तर पर समीक्षा बैठकों में भाग ले रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर राजस्थान सरकार ने सभी राजस्व आबादी ग्रामों में ‘‘अपने ग्राम की सुरक्षा अपने हाथ’’ ध्येय वाक्य के साथ सामुदायिक पुलिस व्यवस्था को मजबूत बनाने एवं ग्रामीण क्षेत्रों तक इसका विस्तार करने के लिए ग्राम रक्षक योजना प्रारंभ की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आंतरिक सुरक्षा एवं अपराध नियंत्रण व्यवस्था को मजबूती देने के लिए ग्रामीणों एवं पुलिस में सामंजस्य, आपसी संवाद एवं परस्पर विश्वास कायम करना है। इस योजना के तहत प्रदेश में कुल 38 हजार 934 राजस्व आबादी गावों में ग्राम रक्षक नियुक्त किए जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक 34 हजार 48 ग्राम रक्षक नियुक्त किए जा चुके हैं और इनमें से करीब 20 हजार को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
इसी प्रकार 10 हजार से अधिक पुलिस मित्र एवं 10 हजार 300 सुरक्षा सखी पंजीकृत की जा चुकी हैं। महिलाओं और बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के अंतर्गत इस वर्ष अब तक 18 हजार महिलाओं और बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जा चुका है। राजस्थान पुलिस द्वारा जन सहभागिता पर विशेष बल दिए जाने के परिणाम स्वरूप वांछित अपराधियों की धरपकड़, निरोधात्मक कार्यवाही, संगठित अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही आदि के साथ ही कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने में आमजन का सहयोग मिल रहा है।
वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए गए सघन अभियान के तहत वर्तमान वर्ष में अब तक 1476 स्थाई वारंटी, 30 उद्घोषित अपराधी, 329 मफरूर सहित कुल 1835 फरार अपराधी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसी प्रकार जघन्य अपराधों में वांछित अपराधियों के विरूद्ध चलाए गए विशेष अभियान में कुल 15 हजार से अधिक अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। इनमें 597 इनामी अपराधी सहित कुल 10 हजार 865 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिए 4 मई 2022 से विशेष अभियान ‘‘ऑपरेशन शिकंजा’’ का संचालन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत पूर्व में वांछित, पूर्व में सांप्रदायिक घटनाओं में लिप्त तथा सोशल मीडिया पर सांप्रदायिकता फैलाने वालों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। ऑपरेशन शिकंजा के तहत अब तक 1300 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई। इनमें से 218 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है और 900 से अधिक व्यक्तियों को पाबंद किया गया है।
अन्य चिन्हित अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही के तहत इस वर्ष अब तक टॉप 10 योजना में 415 व 200 इनामी अपराधी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त आदतन अपराधियों पर निगरानी रखने के लिए 111 अपराधियों की नई हिस्ट्रीशीटर खोली गई है।
आपराधिक गतिविधियों की प्रभावी रोकथाम के लिए निरोधात्मक कार्यवाही निरंतर अमल में लाई जा रही है। इस वर्ष अब तक दंड प्रक्रिया संहिता धारा 107 और 116-3 में 58 हजार 273 व्यक्ति नई चाल चलन के लिए पाबंद किए गए। धारा 151 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत 50 हजार 911 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई। धारा 110 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत 10 हजार 825 आदतन अपराधी पाबंद किए गए और धारा 60 पुलिस एक्ट के तहत आम रास्ते पर न्यूसेंस फैलाने वाले 21 हजार 114 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। गुंडा एक्ट के तहत 40 व्यक्तियों को क्षेत्र से तड़ीपार किया जा चुका है।
अवैध हथियारों की तस्करी और इनका उपयोग करने वालों के विरूद्ध भी नियमित रूप से कार्यवाही की जा रही है। गत 3 वर्षों में अवैध हथियारों के कुल 19 हजार 219 दर्ज प्रकरणों में 20 हजार 790 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान 4 हजार 704 अवैध फायरआर्म्स, 25 हजार 433 कारतूस और 14 हजार 343 धारदार हथियार जब्त किए गए।
अवैध मादक पदार्थों के विरूद्ध की जा रही कार्यवाही में गत 3 वर्षों में 9 हजार 722 प्रकरण दर्ज कर 15 हजार 632 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और इन अपराधियों से 142 किलोग्राम हेरोइन, 53 किलोग्राम चरस, 1954 किलोग्राम अफीम, 36 हजार 771 किलोग्राम गांजा एवं 3 हजार 992 किलो डोडा पोस्त जब्त किया गया है। अवैध शराब के 61 हजार 448 दर्ज प्रकरणों में 63 हजार 922 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है और इनसे करीब 22 लाख बोतल अंग्रेजी शराब, 13 लाख बोतल देशी शराब, करीब ढाई लाख बोतल हथकढ़ शराब और करीब ढाई लाख बोतल बीयर जब्त की गई है। पुलिस द्वारा आमजन के सहयोग से संगठित अपराधियों के विरूद्ध भी निरंतर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।