मनीषा शर्मा। राजस्थान और मध्य प्रदेश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों और धार्मिक स्थलों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कदम उठाए हैं। जैश-ए-मोहम्मद के एक कथित कमांडर ने यह धमकी दी है, जिसमें राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और अन्य प्रमुख स्टेशनों के साथ-साथ मध्य प्रदेश के कई स्टेशनों को भी निशाना बनाने की बात कही गई है।
राजस्थान और MP के स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ाई गई
धमकी मिलने के बाद राजस्थान के रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अलवर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बूंदी और उदयपुर के रेलवे स्टेशनों पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। यात्रियों के सामान की गहन जांच की जा रही है और हर स्टेशन पर आने-जाने वाले व्यक्तियों की भी तलाशी ली जा रही है।
हनुमानगढ़ स्टेशन को मिला धमकी भरा पत्र
1 अक्टूबर की शाम को हनुमानगढ़ के स्टेशन सुपरिटेंडेंट को एक धमकी भरा पत्र मिला, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के जम्मू-कश्मीर एरिया कमांडर मोहम्मद सलीम अंसारी ने खुद को धमकी देने वाला बताया। पत्र में लिखा गया है कि 30 अक्टूबर को राजस्थान के कई रेलवे स्टेशनों और 2 नवम्बर को मध्य प्रदेश के धार्मिक स्थलों और स्टेशनों को बम से उड़ाया जाएगा।
रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को तुरंत अलर्ट किया गया और सभी स्टेशनों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। हनुमानगढ़ स्टेशन पर पुलिस द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
पुलिस और सुरक्षा बल अलर्ट पर
बीकानेर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और सुरक्षा बल हर आने-जाने वाले व्यक्ति की तलाशी कर रहे हैं। बीकानेर डीआरएम कार्यालय के पीआरओ धुनीलाल कुमावत ने बताया कि संबंधित स्टेशनों पर सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान स्टेशन पर यात्रियों और उनके सामान की तलाशी कर रहे हैं।
धार्मिक स्थलों पर भी बढ़ाई गई चौकसी
सिर्फ रेलवे स्टेशन ही नहीं, धमकी में धार्मिक स्थलों का भी जिक्र किया गया है। 2 नवम्बर को मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर और जयपुर के प्रमुख धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की धमकी दी गई है। धार्मिक स्थलों की सुरक्षा भी सख्त कर दी गई है, और पुलिस ने विभिन्न धार्मिक संगठनों को भी सचेत कर दिया है।
धमकी में खुद को बताया जैश-ए-मोहम्मद का एरिया कमांडर
धमकी भरे पत्र में भेजने वाले ने खुद को जैश-ए-मोहम्मद का जम्मू-कश्मीर एरिया कमांडर मोहम्मद सलीम अंसारी बताया है। पत्र में लिखा गया है कि यह धमकी जम्मू-कश्मीर में मारे गए जिहादियों की मौत का बदला लेने के लिए दी गई है। इसमें 30 अक्टूबर को राजस्थान के कई रेलवे स्टेशनों और 2 नवम्बर को मध्य प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर बम से हमला करने की धमकी दी गई है।
पत्र की जांच और खोजबीन जारी
धमकी भरा पत्र हनुमानगढ़ स्टेशन अधीक्षक को एक पीले रंग के लिफाफे में मिला था। यह पत्र डिप्टी सुपरिटेंडेंट जगत नारायण के नाम पर भेजा गया था, जिसमें डाक की मोहर लगी थी। पत्र में धमकी देने वाले ने पुराने लाइनदार कागज पर अपने इरादों का जिक्र किया है, जिसमें जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, बूंदी, उदयपुर, अलवर और हनुमानगढ़ जैसे रेलवे स्टेशनों को निशाना बनाने की बात कही गई है। साथ ही, 2 नवम्बर को उज्जैन महाकाल मंदिर और जयपुर के धार्मिक स्थलों को उड़ाने की भी धमकी दी गई है।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
सुरक्षा एजेंसियों ने इस धमकी को गंभीरता से लिया है और पूरे राज्य में सतर्कता बढ़ा दी गई है। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की जांच के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं, और प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि यह धमकी पत्र वास्तव में किसी आतंकी संगठन द्वारा भेजा गया है या किसी शरारती तत्व का काम है।
अलवर और श्रीगंगानगर में भी सुरक्षा बढ़ाई गई
अलवर और श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशनों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। श्रीगंगानगर में पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ ने संयुक्त रूप से स्टेशन पर तलाशी अभियान शुरू किया है। अलवर में भी पुलिसकर्मियों द्वारा यात्रियों के सामान की जांच की जा रही है और ट्रेनों की तलाशी ली जा रही है।
जैश-ए-मोहम्मद की धमकी और सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया
धमकी मिलने के बाद, राजस्थान और मध्य प्रदेश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर सतर्कता बरती जा रही है। रेलवे स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी बढ़ा दी गई है, और डॉग स्क्वॉयड को भी तैनात किया गया है। रेलवे सुरक्षा बल, जीआरपी और स्थानीय पुलिस मिलकर इस मामले की जांच कर रही हैं और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्क हैं।