जयपुर | जन संघर्ष यात्रा की अंतिम बैठक में गहलोत सरकार के पायलट खेमे ने अपनी ही कांग्रेस पार्टी को अल्टीमेटम जारी किया है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो पूरे देश में तेज विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थक नेताओं ने एक बार फिर ऐलान किया है कि वे अपनी ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करेंगे। जयपुर में जन संघर्ष यात्रा की अंतिम रैली में पायलट ने भावुक भाषण दिया। उन्होंने कहा, “चाहे मैं पद पर रहूं या न रहूं, मैं अपनी आखिरी सांस तक राजस्थान के लोगों और युवाओं की सेवा करूंगा। मैं न डरूंगा और न ही चुप रहूंगा। मैं लड़ूंगा और जनता के लिए लड़ता रहूंगा।”
समर्थन और आरोप: कांग्रेस पार्टी के भीतर मतभेद
पायलट से पहले उनका समर्थन करने वाले कई प्रमुख नेता अपनी ही सरकार की आलोचना करने से पीछे नहीं हटे। गहलोत सरकार में सेवा दे चुके मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने सरकार पर भ्रष्टाचार के खुलेआम आरोप लगाए। गुझा ने कहा, “हमारी सरकार भ्रष्टाचार के सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है। इसने कर्नाटक सरकार द्वारा निर्धारित 40% भ्रष्टाचार की सीमा को भी पार कर लिया है। हमारा प्रशासन अव्यवस्थित है, इसे ठीक करने की आवश्यकता है।”
पायलट ने 11 मई को यात्रा की शुरुआत की थी। दरअसल, वसुंधरा राजे के पिछले बीजेपी शासन के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर राजस्थान सरकार की कथित निष्क्रियता के विरोध में पायलट ने अपनी यात्रा शुरू की थी। राजस्थान में इस साल के अंत में आम चुनाव होने हैं, और कांग्रेस पार्टी को 2024 के निर्णायक राष्ट्रीय चुनावों के दौरान राज्य में सत्ता में वापसी की उम्मीद है।