शोभना शर्मा। जेईई-मेन 2024 जनवरी सेशन की परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों को लेकर विवाद सामने आया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा जारी आंसर की पर स्टूडेंट्स और एक्सपर्ट्स ने सवाल उठाए हैं। मंगलवार को एनटीए ने परीक्षा की आंसर की और रिकॉर्डेड रेस्पोंस जारी किए, जिसके बाद छात्रों को आपत्तियां दर्ज कराने का मौका दिया गया।
स्टूडेंट्स ने अपनी उत्तर कुंजी का मिलान किया और कई सवालों पर संदेह जताया। 17 सवाल ऐसे पाए गए, जिनके उत्तरों में स्टूडेंट्स, कोचिंग संस्थानों के एक्सपर्ट्स और एनटीए की राय अलग-अलग थी। इस पर कई छात्रों ने अपनी आपत्तियां दर्ज करवाई हैं।
एनटीए ने एक प्रश्न ड्रॉप किया
23 जनवरी की सुबह की पारी में फिजिक्स के पेपर का एक सवाल एनटीए ने ड्रॉप कर दिया है। हालांकि, अन्य 17 सवालों पर अभी भी आपत्तियां बनी हुई हैं। कोचिंग संस्थान के निदेशक डॉ. बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि विभिन्न परीक्षाओं में स्टूडेंट्स और एक्सपर्ट्स द्वारा किए गए अध्ययन में यह पाया गया कि एनटीए द्वारा जारी आंसर की और एक्सपर्ट्स की आंसर की में जवाब मेल नहीं खाते।
स्टूडेंट्स द्वारा दर्ज कराई गई आपत्तियां
स्टूडेंट्स ने 22 से 29 जनवरी के बीच विभिन्न विषयों में पूछे गए सवालों को लेकर आपत्तियां दर्ज कराई हैं।
- 22 जनवरी को फिजिक्स और कैमिस्ट्री के सवालों पर
- 23 जनवरी को कैमिस्ट्री और फिजिक्स में दर्ज आपत्तियां
- 24 जनवरी को साल्ट एनालिसिस के प्रश्न पर
- 28 जनवरी को कार्बोनाइल कंपाउंड, पी-ब्लॉक, यूनिट डायमेंशन और साल्ट एनालिसिस पर
- 29 जनवरी को थर्मोडायनेमिक्स, रिफ्रेक्शन, डिफ्रेंशिएबिलिटी और एरर एंड मेजरमेंट के सवालों पर आपत्तियां दर्ज कराई गईं।
छात्रों का कहना है कि एनटीए को इन सवालों की दोबारा समीक्षा करनी चाहिए और यदि कोई गलती पाई जाती है तो मार्किंग स्कीम में उचित बदलाव किया जाना चाहिए।