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खाटू बाबा के दर्शन 43 घंटे तक रहेंगे बंद, लक्खी मेले का समापन

खाटू बाबा के दर्शन 43 घंटे तक रहेंगे बंद, लक्खी मेले का समापन

मनीषा शर्मा। खाटूश्यामजी के प्रसिद्ध लक्खी मेले का समापन मंगलवार को हुआ, जब द्वादशी पर बाबा को विशेष भोग अर्पित किया गया और निशान चढ़ाया गया। इस दिन से लेकर 12 दिन तक चले इस वार्षिक मेले के समापन के साथ ही खाटू बाबा के दर्शन 43 घंटे के लिए बंद हो जाएंगे। मंदिर कमेटी ने इस संबंध में एक विशेष सूचना जारी की है, जिसमें बताया गया है कि 13 मार्च की रात 10 बजे से लेकर 15 मार्च की शाम 5 बजे तक खाटू बाबा के दर्शन बंद रहेंगे। इस दौरान, मंदिर में बाबा की विशेष पूजा, तिलक और सेवा-पूजा का आयोजन होगा।

विशेष पूजा और तिलक की व्यवस्था हर साल होली और अन्य विशेष पर्वों के दौरान की जाती है। इस साल, 14 मार्च को होली के दिन बाबा की विशेष सेवा-पूजा होगी, जबकि 15 मार्च को तिलक किया जाएगा। मंदिर प्रशासन ने यह भी बताया कि हर अमावस्या और विशेष पर्वों पर बाबा की पूजा का विशेष महत्व होता है और इसी कारण इन दिनों के दौरान दर्शन बंद किए जाते हैं।

इस बार लक्खी मेले में श्रद्धालुओं की संख्या पिछले साल के मुकाबले कम रही। मंदिर कमेटी के मैनेजर संतोष शर्मा के अनुसार, इस साल मेले में 20 लाख भक्त खाटू धाम पहुंचे, जबकि पिछले साल करीब 30 लाख भक्त पहुंचे थे। यानि, इस साल 10 लाख श्रद्धालुओं की कमी आई है। बावजूद इसके, लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए खाटू धाम में जुटे रहे और मेले के समापन के बाद अपने घरों की ओर लौटने लगे।

मंदिर में भोग आरती और छप्पन भोग की झांकी भी सजाई गई थी, जिसमें विशेष रूप से खीर चूरमे का भोग बाबा को अर्पित किया गया। इस दौरान मंदिर में भव्य भोग आरती का आयोजन भी किया गया। इसके बाद मंदिर कमेटी द्वारा लक्खी मेले के समापन की औपचारिक घोषणा की गई। इसके साथ ही बाबा के दर्शन बंद होने की सूचना भी जारी की गई, ताकि श्रद्धालु यह जान सकें कि वे कब तक बाबा के दर्शन के लिए आ सकते हैं।

इसके अलावा, बहुत से भक्त इस समय खाटू धाम में रुके हुए हैं, ताकि वे बाबा के साथ होली खेल सकें और फिर अपने घरों की ओर लौट सकें। मंदिर प्रशासन ने बताया कि होली के बाद ही श्रद्धालु खाटू धाम से लौटने की योजना बना रहे हैं।

 

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