मनीषा शर्मा। राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मच गई है। कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की सक्रियता ने सत्ताधारी दल और विपक्ष दोनों के बीच नए विवाद खड़े कर दिए हैं। उपचुनावों के बाद राजनीतिक परिदृश्य से कुछ समय तक दूरी बनाने वाले किरोड़ी लाल मीणा अब जनता के मुद्दों को लेकर सड़क पर उतर आए हैं। इस कदम से जहां आम जनता के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ी है, वहीं सरकार के भीतर कलह और अविश्वास की स्थिति भी उजागर हो गई है।
आईबी रिपोर्ट और किरोड़ी लाल का बयान
इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की कथित रिपोर्ट, जिसमें किरोड़ी लाल मीणा की छवि खराब करने का आरोप लगाया गया है, ने इस पूरे मामले को और जटिल बना दिया है। मीणा ने इस रिपोर्ट को ‘शर्मनाक’ बताते हुए इसे एक साजिश करार दिया है। उनका दावा है कि उनकी छवि को खराब करने के पीछे सरकार के कुछ भीतर के ही लोग शामिल हैं। मीणा के इस बयान ने न केवल सत्ताधारी दल के भीतर अंर्तकलह को उजागर किया है, बल्कि विपक्ष को भी सरकार पर हमला बोलने का मौका दे दिया है।
एसआई भर्ती विवाद: कानून व्यवस्था पर सवाल
राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। अभ्यर्थियों के खिलाफ पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर किरोड़ी लाल मीणा ने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। मीणा का कहना है कि पुलिस का रवैया युवाओं को आतंकित करने वाला है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारी रात के समय युवाओं के घरों पर दबिश देकर उन्हें परेशान कर रहे हैं। इस मुद्दे पर उनकी एक महिला पुलिस अधिकारी से तीखी झड़प भी हुई, जिसने सरकार और प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष का आरोप: सरकार में अविश्वास का माहौल
राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर सत्ताधारी भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में इस समय “जंगलराज” जैसी स्थिति बनी हुई है। जूली ने सवाल उठाया कि जब एक कैबिनेट मंत्री को आधी रात को सड़क पर उतरकर युवाओं के लिए न्याय मांगना पड़ रहा है, तो यह स्पष्ट है कि सरकार में अविश्वास का माहौल है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार को अपने ही कैबिनेट मंत्री पर भरोसा नहीं है। मुख्यमंत्री की असमंजस भरी कार्यशैली ने राज्य की कानून व्यवस्था को बिगाड़ने में अहम भूमिका निभाई है।
भाजपा सरकार में ‘बिग बॉस’ शो का आरोप
नेता प्रतिपक्ष जूली ने सरकार के भीतर चल रही गतिविधियों को ‘बिग बॉस’ शो का नाम दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के भीतर मचे इस घमासान का सीधा असर राज्य की जनता और कानून व्यवस्था पर पड़ रहा है। जूली ने मुख्यमंत्री से यह भी सवाल किया कि क्या वाकई आईबी मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है? और अगर ऐसा है, तो सरकार इस मुद्दे पर चुप क्यों है?
मुख्यमंत्री की चुप्पी पर उठे सवाल
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की चुप्पी ने इस पूरे विवाद को और तूल दे दिया है। विपक्ष का आरोप है कि मुख्यमंत्री हर मुद्दे पर कन्नी काट जाते हैं और जनता के सामने अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करते हैं। जूली ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस संवेदनशील मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखनी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि सरकार यह स्पष्ट करे कि एसआई भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों के साथ पुलिस का रवैया सही था या नहीं।
किरोड़ी लाल मीणा की बढ़ती सक्रियता का प्रभाव
इस पूरे विवाद के बीच, किरोड़ी लाल मीणा की बढ़ती सक्रियता ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। वह अब न केवल जनता के मुद्दों को लेकर मुखर हो रहे हैं, बल्कि सरकार के भीतर की कमजोरियों को भी उजागर कर रहे हैं। उनकी यह सक्रियता एक तरफ उनकी छवि को मजबूत कर रही है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर रही है।