मनीषा शर्मा,अजमेर। राजस्थान की धरती पर किसानों के लिए आयोजित ऐतिहासिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के 70 लाख से अधिक किसानों को 702 करोड़ रुपये की सम्मान निधि की दूसरी किस्त जारी की। यह आयोजन राजस्थान के अजमेर जिले की कायड़ विश्राम स्थली में किया गया, जिसमें हजारों किसान वर्चुअल रूप से जुड़े। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर किसानों और पशुपालकों के लिए चार नई योजनाओं की भी शुरुआत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, “किसान धरती माता का सच्चा सपूत है। मैं भी किसान परिवार से हूं और खेती के हर पहलू से भलीभांति परिचित हूं। किसान सर्दी, गर्मी और बरसात में अपनी मेहनत से देश का पेट भरता है। अगर किसान खुशहाल होगा तो देश भी खुशहाल होगा।”
किसान दिवस की महत्ता पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान दिवस, जो 23 दिसंबर को पूरे देश में मनाया जाता है, किसानों के योगदान को सम्मानित करने का अवसर है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने किसानों के उत्थान के लिए कई अहम कदम उठाए हैं।
नई योजनाओं की शुरुआत
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चार नई योजनाओं का शुभारंभ किया, जो विशेष रूप से किसानों और पशुपालकों को लाभान्वित करेंगी।
मुख्यमंत्री पशु मंगला बीमा योजना
ऊंट संरक्षण और विकास मिशन
200 नए बल्क मिल्क कूलर्स की स्थापना
1,000 दूध संकलन केंद्र, विशेष रूप से महिलाओं के लिए
इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि करना और उनकी समस्याओं को दूर करना है।
किसानों को मिली आर्थिक सहायता
सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों और पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान की।
70 लाख किसानों को 702 करोड़ रुपये की किसान सम्मान निधि
3.25 लाख पशुपालकों को 200 करोड़ रुपये, 5 रुपये प्रति लीटर की दर से
20,000 गोपालकों को 1 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण
15,000 किसानों को सोलर पंप के लिए 300 करोड़ रुपये
15,000 किसानों को फव्वारा और ड्रिप सिंचाई प्रणाली के लिए 29 करोड़ रुपये
14,200 किसानों को फार्म पोंड और पाइपलाइन निर्माण के लिए 96 करोड़ रुपये
10,000 छात्राओं को कृषि अध्ययन के लिए 22 करोड़ रुपये
8,000 सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए 80 करोड़ रुपये
150 पैक्स गोदाम निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये
100 गौशालाओं को गौ काष्ठ मशीन उपलब्ध कराना
महिला सशक्तिकरण की पहल
इस कार्यक्रम के दौरान महिला सहकारी डेयरी समितियों की महिलाओं को 1,000 सरस डेयरी बूथ आवंटित किए गए। महिलाओं को डेयरी उत्पाद बेचने के लिए यह अवसर दिया गया है। पहले डेयरी बूथ का आवंटन कंचन देवी को किया गया। यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
विकास की नई सोच
विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान में किसान, गरीब, युवा और महिलाएं प्रदेश की चार प्रमुख श्रेणियां हैं। उन्होंने किसानों को नई तकनीकों को अपनाने और कृषि में योगदान बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। देवनानी ने यह भी कहा कि किसानों को राजनैतिक षड्यंत्रों से बचना चाहिए और देश के विकास में अहम भूमिका निभानी चाहिए।
डिप्टी सीएम का विजन
डिप्टी मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “हमारी सरकार हर वर्ग के लिए सोच रही है। पहले साल में ही हमने ‘राइजिंग राजस्थान’ जैसे सफल आयोजन किए हैं और किसानों, महिलाओं, युवाओं सहित सभी वर्गों को लाभ पहुंचाने वाली योजनाएं शुरू की हैं। हमारा दूसरा बजट भी शानदार होगा।”
राजस्थान में बदलाव की लहर
कार्यक्रम में यह स्पष्ट किया गया कि राजस्थान सरकार ने पिछले एक साल में प्रदेश में बदलाव की दिशा में कई कदम उठाए हैं। सड़क, बिजली, पानी और सुरक्षा जैसी बुनियादी जरूरतों पर ध्यान दिया गया है। महिला सम्मेलन के आयोजन और किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने जैसे प्रयास राजस्थान की नई छवि को दर्शाते हैं।
किसानों के लिए नई उम्मीद
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “हमारी सरकार किसानों के उत्थान और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। योजनाओं को केवल कागजों तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि इन्हें धरातल पर उतारा जाएगा।”