शोभना शर्मा। राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक अप्रत्याशित घटना हुई जब कानून और संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को गाली दे दी। इस घटना पर तत्काल किसी का ध्यान नहीं गया, लेकिन लंच के बाद जब कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई, तो सदन में हंगामा मच गया। कांग्रेस ने इसे असंसदीय व्यवहार बताते हुए मंत्री से माफी की मांग की। बाद में मंत्री पटेल ने माफी मांगी, लेकिन कांग्रेस इसे लेकर आक्रामक बनी रही।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक चेतन पटेल ने बाढ़ से फसल खराबे से जुड़े एक सवाल पर सरकार से जवाब मांगा। इस पर मंत्री ओटाराम देवासी ने उत्तर दिया, लेकिन नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने उनके जवाब पर असंतोष जताया और काउंटर सवाल किए। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कोटा के सांगोद क्षेत्र में हुए नुकसान के आंकड़े मांगे। इस पर सदन में नोकझोंक बढ़ गई और हंगामा होने लगा। इसी बीच, कानून मंत्री जोगाराम पटेल अपनी सीट से खड़े हुए और उत्तेजित होकर गाली दे दी। हालांकि, उस समय किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया और कार्यवाही जारी रही।
लंच के बाद कांग्रेस ने उठाया मुद्दा
लंच ब्रेक के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष अपनी बात रख रहे थे, तब संसदीय कार्यमंत्री ने एतराज उठाया और गाली दी। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि संसदीय कार्यमंत्री को ऐसा आचरण शोभा नहीं देता। डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की कि इस तरह की भाषा को सदन की कार्यवाही से हटाया जाए और कानून मंत्री को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हम यहां आम जनता के मुद्दे उठाने आते हैं, गाली खाने नहीं आते।”
मंत्री जोगाराम पटेल ने दी सफाई
जब विवाद बढ़ा तो कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने सफाई देते हुए कहा कि उनका किसी की मान-मर्यादा को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने कहा, “मैं लंबे समय से विधानसभा का हिस्सा हूं और पक्ष-विपक्ष दोनों का सम्मान करता हूं। उत्तेजना में कोई शब्द निकल गया हो, तो उसे कार्यवाही से डिलीट कर दीजिए।” उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में ऐसा दोबारा नहीं होगा और अगर किसी को ठेस पहुंची है तो वह इसके लिए “सॉरी फील” करते हैं।
डोटासरा का मंत्री पर पलटवार
डोटासरा ने मंत्री की सफाई को खारिज करते हुए कहा, “जब उन्होंने कहा ही नहीं, तो डिलीट क्या करवा रहे हैं? अगर डिलीट करवा रहे हैं तो माफी मांगने में क्या दिक्कत है?” उन्होंने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस नेता महेश जोशी और शांति धारीवाल ने पहले माफी मांगी थी, तो अब कानून मंत्री को भी माफी मांगनी चाहिए।
जोगाराम पटेल का जवाब: ‘हम आपकी तरह अड़े नहीं रहते’
इस पर मंत्री पटेल ने पलटवार करते हुए कहा कि “हम आपकी तरह अड़े नहीं रहते और ना ही ऐसे शब्दों का प्रयोग करते हैं, जिन शब्दों का प्रयोग आपके लिए हुआ है। हम सभी का मान और सम्मान करते हैं।”
श्रीचंद कृपलानी की टोकाटाकी और डोटासरा की टिप्पणी
जब डोटासरा इस मुद्दे पर अपनी बात रख रहे थे, तो भाजपा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने टोकाटाकी की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने उन्हें रोका और कहा कि उन्हें अनुमति नहीं है। डोटासरा ने इस पर कृपलानी पर तंज कसते हुए कहा, “इनका कोटा तो आप खा गए।”
मामला शांत हुआ, लेकिन विवाद बना रहा
मंत्री पटेल के माफी मांगने के बाद मामला कुछ हद तक शांत हुआ, लेकिन कांग्रेस इसे लेकर हमलावर बनी रही। कांग्रेस का कहना था कि संसदीय कार्यमंत्री के पद पर रहते हुए इस तरह की भाषा का प्रयोग उचित नहीं है। वहीं, भाजपा ने इसे अनावश्यक विवाद बताया और कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे रही है।