जोधपुरराजनीतिराजस्थान

कानून मंत्री ने ट्रांसफर और रोजगार पर सरकार की नीतियों का खुलासा किया

कानून मंत्री  ने ट्रांसफर और रोजगार पर सरकार की नीतियों का खुलासा किया

शोभना शर्मा।  राजस्थान के कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने सोमवार को जोधपुर में सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने राज्य सरकार के एक साल के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए इसे ऐतिहासिक करार दिया। पटेल ने रोजगार, शिक्षा, बिजली उत्पादन, और ट्रांसफर नीति सहित कई विषयों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला किया और वर्तमान सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया।

1 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा

जोगाराम पटेल ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक 50,000 युवाओं को रोजगार दिया गया है और एक साल पूरा होने तक यह आंकड़ा 1 लाख तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने अपने बजट में ऐतिहासिक घोषणाएं की हैं, जिनमें से अधिकांश को धरातल पर उतारा जा चुका है।” पटेल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूछा कि उनके कार्यकाल में कितने बेरोजगार युवाओं को नौकरी दी गई।

उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार पांच साल के भीतर चार लाख बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरियां देगी। पटेल ने कांग्रेस की कार्यप्रणाली की आलोचना करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में रोजगार देने की प्रक्रिया ठप रही और हमारी सरकार ने एसआईटी गठित कर पेपर माफिया को खत्म किया।

ट्रांसफर नीति पर बड़ा बयान

ट्रांसफर नीति पर पूछे गए सवालों के जवाब में कानून मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार ने ट्रांसफर में पारदर्शिता बनाए रखी है। उन्होंने कहा, “हमारे सरकारी कर्मचारी हमारे अपने हैं। जरूरत पड़ने पर अप्रैल में और ट्रांसफर किए जाएंगे। किसी ने भी हमारी सरकार पर ट्रांसफर को लेकर आरोप नहीं लगाए हैं।”

राइजिंग राजस्थान और शिक्षा में सुधार

पटेल ने “राइजिंग राजस्थान” पर चर्चा करते हुए इसे विश्व स्तर का आयोजन बताया और कहा कि राज्य में 24 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं धरातल पर लाई गई हैं। उन्होंने बिजली उत्पादन को लेकर कांग्रेस को चुनौती दी और कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में बिजली उत्पादन में बड़ा इजाफा हुआ है। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को लेकर उन्होंने कांग्रेस की आलोचना की। पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए हिंदी माध्यम स्कूलों का नाम बदलकर इंग्लिश मीडियम कर दिया, जबकि शिक्षकों की नियुक्ति की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

कांग्रेस की अंतर्कलह और भ्रष्टाचार के आरोप

पटेल ने कांग्रेस में अंतर्कलह की बात उठाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर ध्यान देने में असफल रही। उन्होंने बताया कि राज्य में 287 ऐसे विद्यालय हैं जिनमें नामांकन शून्य या 10 से कम है। सचिन पायलट पर टिप्पणी करते हुए पटेल ने कहा कि “जब तत्कालीन मुखिया ने प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री के सामने सचिन पायलट को नकारा और निकम्मा कहा था, तो कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए।” उन्होंने कांग्रेस पर ट्रांसफर के नाम पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को इस पर स्पष्ट जवाब देना चाहिए।

post bottom ad

Discover more from MTTV INDIA

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading