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लॉरेंस बिश्नोई का परिवार और गैंगस्टर बनने की कहानी

लॉरेंस बिश्नोई का परिवार और गैंगस्टर बनने की कहानी

मनीषा शर्मा। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को अक्सर एक क्रिमिनल के रूप में देखा जाता है, परंतु उसके परिवार का कहना है कि उसे अपराधी मानना जल्दबाजी होगी। लॉरेंस का परिवार एक ऐसा प्रतिष्ठित परिवार है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और अपने आदर्शों को मजबूत बनाए रखा। उसके फुफेरे भाई इंदरपाल ने दावा किया है कि परिवार के संत, जज, वकील, लेखक, और इंटेलिजेंस ब्यूरो ऑफिसर जैसे लोग राष्ट्र के प्रति हमेशा समर्पित रहे हैं।

लॉरेंस का पारिवारिक इतिहास: संतों से जमींदारों तक

लॉरेंस का जन्म पंजाब के फाजिल्का जिले के दुरातांवाली गांव में हुआ था। इस गांव में उसके परदादा संत साहबराम जी का मंदिर है, जिनकी लोग आज भी पूजा करते हैं। उसके परदादा संत साहबराम का जीवन समाज सेवा और संत सेवा को समर्पित था। मंदिर के भीतर उनके हाथ का लिखा एक ग्रंथ रखा है जिसे परिवार सम्मानपूर्वक संभालता है।

इंदरपाल का कहना है कि लॉरेंस का परिवार जमींदार है और उनके पास लगभग 110 एकड़ खेती है। वे कहते हैं कि “हमारे परिवार का कोई भी सदस्य पुलिस या अन्य छोटे पदों पर नहीं रहा। हेड कॉन्स्टेबल की नौकरी जैसी बातें गलत हैं।”

शुरुआती जीवन: खेल से लेकर पढ़ाई तक

लॉरेंस बचपन से ही महंगे कपड़े और जूतों का शौकीन था। उसके भाई रमेश बताते हैं कि “वह अच्छे कपड़े पहनता था, महंगे जूते रखता था और घुड़सवारी का शौक था।” उसका परिवार बताता है कि लॉरेंस ने अबोहर के कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई की और चंडीगढ़ में कॉलेज में दाखिला लिया, जहां पहली बार उसे अपराधों में संलिप्तता का सामना करना पड़ा।

लॉरेंस का परिवार का समर्थन

लॉरेंस के चचेरे भाई इंदरपाल कहते हैं कि मीडिया में लॉरेंस के बारे में गलत बातें फैलाई जा रही हैं। “लॉरेंस के खिलाफ कई गंभीर आरोप हैं, परंतु हमें उसके पारिवारिक इतिहास और संस्कारों को ध्यान में रखकर उसके बारे में निष्कर्ष निकालना चाहिए।”

रमेश का कहना है कि मीडिया में लॉरेंस को जेल में हर साल 35-40 लाख रुपए भेजने की बात भी गलत है। “ऐसा कुछ नहीं है। जेल में इन पैसों का वह क्या करेगा?” वे आगे कहते हैं कि लॉरेंस पर ड्रग्स के कारोबार का आरोप लगाया जा रहा है जबकि उसने कभी शराब तक नहीं पी।

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड और सलमान खान के खिलाफ धमकी

हाल में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के मर्डर में भी लॉरेंस बिश्नोई के नाम की चर्चा हुई थी। सलमान खान को धमकी देने और उनके घर पर फायरिंग कराने के कारण लॉरेंस का नाम पहले से ही चर्चा में था। बाबा सिद्दीकी के मर्डर के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि लॉरेंस बॉलीवुड और बिल्डर लॉबी में अपनी पहचान बनाने का प्रयास कर रहा है। यह उसकी रणनीति का हिस्सा है, जो कहीं न कहीं दाऊद इब्राहिम के कार्यशैली से मिलती-जुलती है।

परिवार की प्रतिक्रिया: सम्मान और अनुशासन का प्रतिनिधित्व

लॉरेंस की बुआ कहती हैं कि लॉरेंस “बजरंग बली का भक्त है” और अपने परिवार और समाज में बड़ों का हमेशा सम्मान करता है। उसकी बुआ का मानना है कि उसके संस्कार अपराध करने की अनुमति नहीं देते और वे उसकी अपराध में संलिप्तता से अनभिज्ञ हैं।

लॉरेंस का कबूलनामा

हाल ही में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सामने लॉरेंस ने कबूल किया कि उसकी गैंग कनाडा से चलती है और फिरौती से हुई कमाई को वहीं निवेश किया जाता है। उसने बताया कि जेल से ही उसने रंगदारी मांगनी शुरू की और जो लोग पैसे देने से मना करते, उनके खिलाफ गोलीबारी करवाई जाती। लॉरेंस का मानना है कि उसकी गैंग की दहशत का फैलाव चंडीगढ़, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा तक होना चाहिए।

समाज और उसके विचार

लॉरेंस के गांव में कुछ बच्चे और युवा उसे अपना हीरो मानते हैं। जब एक बच्चे से पूछा गया कि वह लॉरेंस को कैसे देखता है, तो उसने कहा, “वो टशन में रहने वाला और किसी से न डरने वाला है।” लॉरेंस के गांव के कई लोग मानते हैं कि वह चंडीगढ़ जाने के बाद बदल गया।

लॉरेंस का परिवार मानता है कि उसे एक अपराधी के रूप में देखा जाना अनुचित है और उसका अपराधों से जुड़ना उसके परिवेश का परिणाम हो सकता है। वहीं उसके कृत्यों के चलते उसे कानून का सामना करना पड़ रहा है। लॉरेंस का मामला भारत में उन परिवारों का भी प्रतीक बन गया है जो सम्मान और प्रतिष्ठा की मिसाल रखते हुए अपने समाज के लिए योगदान करते आए हैं।

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