मनीषा शर्मा , अजमेर। अजमेर में एक सीनियर वकील पुरुषोत्तम जाखोटिया की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, जिससे पूरे न्यायिक और कानूनी समुदाय में जबरदस्त आक्रोश फैल गया है। यह घटना 2 मार्च की रात पुष्कर के बूढ़ा पुष्कर रोड स्थित संस्कार गार्डन के पास हुई। शराब के ठेके के पास कुछ युवक तेज आवाज में डीजे बजाकर नाच रहे थे। जब वकील ने इसका विरोध किया, तो नशे में धुत युवकों ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
उन्हें तुरंत अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान 7 मार्च को उनकी मौत हो गई। इस हत्या के विरोध में वकीलों ने न्यायालय कार्यों का बहिष्कार कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अजमेर बार एसोसिएशन ने घटना की कड़ी निंदा की और मृतक वकील के परिवार को न्याय दिलाने की मांग उठाई।
क्या था पूरा घटनाक्रम?
2 मार्च की रात करीब 1:45 बजे, पुष्कर के बूढ़ा पुष्कर रोड पर स्थित संस्कार गार्डन के सामने कुछ युवक अपनी गाड़ियों में तेज आवाज में डीजे बजाकर नाच रहे थे। इस दौरान वहां रहने वाले सीनियर वकील पुरुषोत्तम जाखोटिया ने इसका विरोध किया और उन्हें ऐसा न करने के लिए कहा। नशे में धुत इन युवकों ने वकील पर लाठियों से हमला कर दिया। उनके सिर पर गंभीर चोटें आईं और वे बेहोश हो गए। पुलिस को इसकी सूचना दी गई, लेकिन आरोप है कि पुलिस काफी देर से पहुंची।
अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
घायल वकील को तत्काल अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर बताई। 7 मार्च की सुबह इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना से पूरे वकील समुदाय में जबरदस्त आक्रोश फैल गया।
कोर्ट में हंगामा, पुलिसकर्मियों को बाहर निकाला
वकील की हत्या के विरोध में अजमेर कोर्ट में जमकर हंगामा हुआ। नाराज वकीलों ने पुलिसकर्मियों को कोर्ट से बाहर निकाल दिया। अजमेर बार एसोसिएशन ने इसे वकीलों की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला बताया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
वकीलों की प्रमुख मांगें
अजमेर बार एसोसिएशन के वकीलों ने अपनी प्रमुख मांगें सरकार के सामने रखी हैं:
मृतक वकील के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
वकील प्रोटेक्शन एक्ट को लागू किया जाए।
पुष्कर में खुले शराब के ठेके को बंद किया जाए।
अवैध रूप से चल रहे डीजे को पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाए।
आध्यात्मिक नगरी पुष्कर में चल रहे अवैध रेस्टोरेंट्स और डीजे पर सख्त कार्रवाई हो।
10 आरोपियों की गिरफ्तारी, हत्या की धारा जोड़ी गई
अजमेर पुलिस ने इस मामले में अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पहले उन पर हत्या के प्रयास और जानलेवा हमले की धाराएं लगाई गई थीं। वकील की मौत के बाद पुलिस ने मामले को हत्या की धारा में बदल दिया है। पुलिस ने हमलावरों की तीन गाड़ियां (जीप, डीजे और पिकअप) भी जब्त कर ली हैं।
वकीलों का विरोध प्रदर्शन और शव लेने से इनकार
घटना के विरोध में वकीलों ने मृतक वकील का शव लेने से इनकार कर दिया। वे अजमेर, पुष्कर, नसीराबाद, किशनगढ़ और रेवेन्यू बार एसोसिएशन के अन्य वकीलों के साथ धरने पर बैठ गए। मॉर्च्युरी के बाहर 12 थानों की पुलिस तैनात की गई थी। हालांकि, प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से बातचीत के बाद भी वकीलों की मांगों पर सहमति नहीं बनी।
तीन शहरों में बंद का ऐलान
अजमेर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह रावत ने घोषणा की कि 9 मार्च को अजमेर, पुष्कर और ब्यावर शहर बंद रहेंगे। बंद के दौरान केवल मेडिकल सेवाओं, स्कूल वैन, बस और पेट्रोल पंप को छूट दी जाएगी। यदि मांगे पूरी नहीं हुईं तो वकीलों ने पुष्कर में होने वाले होली फेस्टिवल को भी रोकने की चेतावनी दी है।
कांग्रेस नेताओं को वकीलों ने खदेड़ा
वकीलों ने इस मामले में राजनीति करने का विरोध किया। जब आरटीडीसी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ और कांग्रेस की नेता प्रतिपक्ष द्रौपदी कोहली धरना स्थल पर पहुंचे, तो वकीलों ने उनका विरोध किया और उन्हें वहां से चले जाने को कहा। वकीलों का कहना था कि उन्हें इस मामले में कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं चाहिए।
न्याय की लड़ाई जारी रहेगी
वकीलों का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने सरकार से वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने की मांग की है। इस घटना ने पूरे राजस्थान में वकील समुदाय को झकझोर कर रख दिया है, और अब सभी की निगाहें सरकार की प्रतिक्रिया और न्याय की प्रक्रिया पर टिकी हुई हैं।