शोभना शर्मा। राजस्थान विधानसभा में मंगलवार, 11 मार्च को जयपुर के सांगानेर में हुए दलित महिला से दुष्कर्म का मामला जोरदार ढंग से उठा। इस मामले में मुख्य आरोपी पुलिस कांस्टेबल भागाराम को बताया जा रहा है, जो सांगानेर थाने में तैनात था। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मुद्दे को सदन में उठाते हुए सरकार की कानून-व्यवस्था पर कड़े सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जब रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं, तो प्रदेश में कानून-व्यवस्था कैसे कायम रहेगी?
टीकाराम जूली का विधानसभा में बयान:
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा: “राजधानी जयपुर में मुख्यमंत्री के अपने विधानसभा क्षेत्र में ही अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। जब रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं, तो आमजन की सुरक्षा कैसे होगी?” जैसे ही जूली ने यह सवाल उठाया, उनका माइक बंद कर दिया गया। इस पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई और सरकार पर आरोप लगाया कि वह लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दबाने की कोशिश कर रही है।
क्या है पूरा मामला:
यह घटना 8 मार्च को महिला दिवस के दिन जयपुर के सांगानेर क्षेत्र में हुई। पीड़िता एक गर्भवती दलित महिला है। आरोपी कांस्टेबल भागाराम ने महिला का बयान दर्ज कराने के बहाने उसे घर से बाहर ले गया। इस दौरान महिला का तीन साल का बेटा भी उसके साथ था। आरोपी ने महिला के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला के पति ने सांगानेर थाने में आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना की शिकायत दर्ज होते ही आरोपी कांस्टेबल भागाराम को निलंबित कर दिया गया और गिरफ्तार भी कर लिया गया। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि “सरकार ने तत्काल कार्रवाई की है और आरोपी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।”
राजनीतिक बयानबाजी:
इस घटना को लेकर प्रदेश की राजनीति भी गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह घटना प्रदेश में कानून-व्यवस्था की बदतर स्थिति को दर्शाती है। कांग्रेस ने राज्य सरकार को इस मुद्दे पर कड़ा जवाब देने की मांग की है।
विधानसभा में हंगामा:
विधानसभा में इस मुद्दे को उठाने के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का माइक बंद करना विवाद का विषय बन गया। कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को दबाने की कोशिश कर रही है। यह घटना न केवल सांगानेर क्षेत्र बल्कि पूरे राजस्थान में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।