मनीषा शर्मा। बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने उपचुनाव से पहले अपने बयान में स्पष्ट किया कि पार्टी में टिकट कटने पर थोड़ी बहुत निराशा और नाराजगी हो सकती है, लेकिन इससे बगावत की स्थिति पैदा नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता एकजुट हैं और सातों सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनके अनुसार, जब बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मजबूत करने की आती है, तो हर कार्यकर्ता और नेता पार्टी के फैसले को मानते हुए एकजुट हो जाता है।
बीजेपी में बगावत की कोई गुंजाइश नहीं
राठौड़ ने जयपुर बीजेपी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान साफ किया कि पार्टी में कहीं भी बगावत की स्थिति नहीं है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि, “हमारी पार्टी में सभी उम्मीदवार पूरी तरह से एकजुट हैं और सभी सातों सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।” टिकट कटने पर थोड़ी बहुत नाराजगी स्वाभाविक है, लेकिन पार्टी के व्यापक हित के लिए सब एकजुट होकर काम कर रहे हैं।
राठौड़ के इस बयान से यह संकेत मिलता है कि बीजेपी में अंदरूनी कलह की अफवाहें केवल विरोधियों की गलतफहमी हैं और पार्टी में सभी सदस्य एकजुट हैं।
कांग्रेस पर पलटवार: अभी तक उम्मीदवार तय नहीं कर पाई
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयानों पर पलटवार करते हुए राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस की आपसी कलह इतनी ज्यादा है कि वे अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा तक नहीं कर पाए हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “कांग्रेस को अपनी पार्टी की स्थिति सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। हमसे सवाल करने से पहले उन्हें अपने उम्मीदवार तय करने की कोशिश करनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी बताया कि बीजेपी ने 6 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, और एक सीट पर भी जल्द ही नाम सामने आ जाएगा। जबकि कांग्रेस अभी तक आंतरिक विवादों में उलझी हुई है और किसी भी सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर पाई है।
बीजेपी का सत्ता और संगठन में कोई मतभेद नहीं
बीजेपी के विधायक गोपाल शर्मा के एक बयान पर पूछे गए सवाल पर मदन राठौड़ ने सफाई देते हुए कहा कि सरकार सभी का ध्यान रखती है और कानून के दायरे में रहकर काम करती है। उन्होंने बताया कि संगठन और सत्ता के बीच कोई मतभेद नहीं है, और किसी भी मुद्दे पर अगर विधायक या नेता को कोई समस्या होती है, तो उसे समय पर सुलझा लिया जाता है।
राठौड़ ने विधायक गोपाल शर्मा को समझदार और गंभीर बताया और कहा कि उनके बयानों में कोई गलतफहमी हो सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार हर विधायक की मांग पर ध्यान देती है और काम पूरा होता है, भले ही उसमें थोड़ा समय लगे।
गठबंधन को लेकर राठौड़ का साफ रुख
गठबंधन के सवाल पर राठौड़ ने स्पष्ट कहा कि बीजेपी अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी और किसी भी दल से कोई समझौता नहीं करेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई दल सहयोग करना चाहे तो उसका स्वागत है। उन्होंने बताया कि चौरासी सीटों पर बीजेपी अपने उम्मीदवारों को उतारने जा रही है, और कांग्रेस को तो अभी तक सातों सीटों पर अपने उम्मीदवार तय करने हैं।
मुख्यमंत्री गहलोत की विदेश यात्राओं पर प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की विदेश यात्राओं को लेकर कांग्रेस के आलोचनात्मक बयानों पर राठौड़ ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार राज्य में निवेश के लिए एमओयू साइन कर रहे हैं, जो प्रदेश के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
राठौड़ ने कांग्रेस की आलोचना को खारिज करते हुए कहा, “कांग्रेस को इस बात की खुशी होनी चाहिए कि राज्य में निवेश आ रहा है, लेकिन वे आलोचना कर रहे हैं क्योंकि उनके कार्यकाल में वे यह सब नहीं कर पाए थे। उनके समय में तो सरकार बचाने के लिए संघर्ष कर रही थी और आपसी खींचतान में उलझी हुई थी।”