शोभना शर्मा। राजस्थान में अवैध रेत खनन के मामले में शुक्रवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार जिलों में एक साथ छापेमारी की। जयपुर, टोंक, अजमेर और भीलवाड़ा जिलों में CBI की टीमें 10 अलग-अलग जगहों पर पहुंची और संदिग्ध व्यक्तियों के घर और ऑफिस परिसरों की तलाशी ली। इस कार्रवाई में अवैध रेत खनन से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
हाईकोर्ट के आदेश पर शुरू हुई CBI जांच
CBI ने यह कार्रवाई राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देश पर की है। हाईकोर्ट ने अवैध रेत खनन के आरोपों की गंभीरता को देखते हुए 26 अप्रैल 2024 को इस मामले की जांच CBI को सौंपी थी। इससे पहले, यह मामला राजस्थान के बूंदी जिले के सदर थाने में चोरी और एमएमडीआर (खनिज और खनन विकास विनियमन) एक्ट के तहत दर्ज किया गया था।
मामले की शुरुआत 24 अक्टूबर 2023 को हुई थी, जब बिना परमिट के डम्पर में 40 मीट्रिक टन रेत का परिवहन करते हुए एक प्राइवेट व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद, 22 फरवरी 2024 को डम्पर के मालिक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इन आरोपों की जांच CBI ने अपने हाथों में ली और अवैध रेत खनन नेटवर्क को खंगालने के लिए शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की।
10 जगहों पर की गई छापेमारी
CBI की टीमें शुक्रवार सुबह ही जयपुर, टोंक, अजमेर और भीलवाड़ा में अलग-अलग स्थानों पर पहुंचीं। इन जगहों पर संदिग्ध व्यक्तियों के आवास और कार्यालय परिसरों की तलाशी ली गई। जांच के दौरान अवैध रेत खनन से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं। CBI की यह कार्रवाई अवैध खनन में शामिल माफिया और उनके नेटवर्क पर नकेल कसने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
अवैध खनन से जुड़े गंभीर आरोप
राजस्थान में अवैध रेत खनन का मुद्दा लंबे समय से चर्चा में है। इस अवैध खनन के कारण राज्य की प्राकृतिक संपदाओं को नुकसान पहुंच रहा है, साथ ही रेत खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई न होने पर कई बार सवाल भी उठाए गए हैं। अवैध खनन से सरकार को राजस्व का भारी नुकसान होता है और पर्यावरण पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
CBI की इस छापेमारी का मुख्य उद्देश्य अवैध रेत खनन के पूरे नेटवर्क को उजागर करना और उन लोगों को पकड़ना है जो इसके पीछे सक्रिय हैं। जब्त किए गए दस्तावेजों से अवैध खनन के तार और भी विस्तार से सामने आ सकते हैं, जिससे CBI को आगे की कार्रवाई में मदद मिलेगी।
CBI की आगे की कार्रवाई
CBI द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच की जा रही है और इस मामले में आगे और भी गिरफ्तारियों की संभावना है। अवैध रेत खनन में शामिल माफियाओं और उनके सहयोगियों पर शिकंजा कसने के लिए CBI की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही हैं।
राजस्थान में अवैध खनन से जुड़े मामलों की जांच के लिए CBI की यह कार्रवाई राज्य में एक बड़ा संकेत है कि इस तरह के अवैध कार्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता को लेकर राज्य के विभिन्न हिस्सों से आवाजें उठती रही हैं, और इस छापेमारी से अवैध खनन नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।