मनीषा शर्मा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इस बार आठवीं बोर्ड परीक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव किए हैं। नए नियमों के अनुसार, विद्यार्थियों को 100 में से 33 अंक लाना अनिवार्य होगा। यदि किसी विद्यार्थी के अंक 33 से कम आते हैं, तो उसे पूरक परीक्षा देनी पड़ेगी। केवल पूरक परीक्षा में पास होने पर ही विद्यार्थी को 9वीं कक्षा में प्रमोट किया जाएगा।
यदि पूरक परीक्षा में भी विद्यार्थी पासिंग मार्क हासिल नहीं कर पाता है, तो उसे फेल कर दिया जा सकता है। विद्यार्थियों के प्रदर्शन का आंकलन 100 अंकों के आधार पर किया जाएगा, जिसमें से 80 अंक लिखित परीक्षा के होंगे और 20 अंक सत्रांक के लिए निर्धारित किए गए हैं।
सत्रांक के 20 अंकों में से 5 अंक उपस्थिति के लिए और 15 अंक शैक्षिक गतिविधियों के लिए मिलेंगे। परीक्षा परिणाम ग्रेडिंग प्रणाली के आधार पर घोषित किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों को उनके प्रदर्शन का सही मूल्यांकन मिल सके।
एक खास बात यह है कि आठवीं परीक्षा में विद्यार्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। परीक्षा में दक्षता आधारित प्रश्नों को शामिल किया गया है, जिससे विद्यार्थियों के व्यावहारिक और अवधारणात्मक ज्ञान का मूल्यांकन किया जाएगा।
मूल 6 विषयों—हिन्दी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और तृतीय भाषा का दक्षता आधारित परीक्षा के जरिए मूल्यांकन किया जाएगा। इसके अलावा, कला शिक्षा, कार्यानुभव, स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा के मूल्यांकन के लिए 5 प्वाइंट ग्रेडिंग स्केल अपनाया जाएगा। इन विषयों के लिए कोई लिखित परीक्षा नहीं होगी, बल्कि विद्यालय स्तर पर की गई गतिविधियों के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
झुंझुनूं जिले में सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के लगभग 30,880 विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा के आयोजन, संचालन और मूल्यांकन की पूरी जिम्मेदारी डाइट प्राचार्य को दी गई है।
विद्यार्थियों को मुख्य परीक्षा में सानुग्रह अंक देने की व्यवस्था भी की गई है। यदि किसी एक विषय में विद्यार्थी पासिंग मार्क्स से चूकता है, तो उसे अधिकतम 5 प्रतिशत अतिरिक्त अंक मिल सकते हैं। यदि दो विषयों में विद्यार्थी पासिंग मार्क्स से कम अंक प्राप्त करता है, तो हर विषय में 2-2 प्रतिशत अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे। यह अनुग्रह अंक केवल मुख्य परीक्षा में ही लागू होंगे, पूरक परीक्षा में नहीं।
पुनर्गणना के लिए विद्यार्थियों को 100 रुपये चार्ज देना होगा। आठवीं कक्षा परीक्षा में पुनर्मूल्यांकन नहीं होगा, केवल पुनर्गणना की व्यवस्था होगी, जो डाइट स्तर पर उपलब्ध होगी। विद्यार्थी सीबीईओ के माध्यम से पुनर्गणना का आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा परिणाम जारी होने के 9 दिनों के भीतर पुनर्गणना का आवेदन किया जा सकता है।