Manisha Sharma. राजस्थान सरकार द्वारा तंबाकू नियंत्रण और जनजागरूकता के क्षेत्र में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने इस दिशा में विशेष जोर देते हुए कहा कि तंबाकू की लत से पीड़ित नवयुवकों को तंबाकू विमुक्त और नशा मुक्त जीवन के लिए प्रेरित करना आवश्यक है। इसके लिए स्वयंसेवी संस्थाओं और जनसहभागिता से सामूहिक प्रयासों को और बढ़ाया जाएगा।
खींवसर ने सोमवार को राज्य तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम प्रकोष्ठ और एसआरकेपीएस संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान तंबाकू नियंत्रण और जनजागरूकता विकसित करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्यवाही कर रहा है, लेकिन इस दिशा में अभी भी बहुत काम किया जाना बाकी है।
तंबाकू के दुष्प्रभावों का प्रचार-प्रसार
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि समाज में तंबाकू के शारीरिक, मानसिक और आर्थिक दुष्प्रभावों की जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि तंबाकू रोकथाम के लिए निर्धारित कानूनी प्रावधानों की और अधिक सख्ती से पालना सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए उन्होंने समाजसेवी संगठनों से आगे बढ़कर राजकीय गतिविधियों में सहयोग करने की अपील की।
नवपीढ़ी के लिए आवश्यक जानकारियां
इस कार्यशाला में पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने तंबाकू उत्पादों का सेवन नशे की लत की पहली सीढ़ी बताते हुए कहा कि नवपीढ़ी को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में आवश्यक जानकारियों से अवगत करवाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि, शिक्षकगण और सक्रिय सामाजिक लोग इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
तंबाकू मुक्त गांव और पंचायत का लक्ष्य
पंचायती राज सचिव रवि जैन ने बताया कि ग्राम पंचायत और गांवों को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए पंचायती राज विभाग भी अपनी सहभागिता कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में प्रदेश में किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों से देश में नए कीर्तिमान स्थापित होंगे।
विशेषज्ञों के विचार
कार्यशाला में तंबाकू के दुष्प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की गई। डॉ. जे.एस. राणा ने अपने प्रस्तुतिकरण में तंबाकू के विभिन्न शारीरिक और मानसिक दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। साथ ही, एसएमएस अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. वीरेन्द्र सिंह, डॉ. राकेश गुप्ता, डॉ. रमेश गांधी, धर्मवीर कटेवा, नरेंद्र सिंह, प्रतिभा सिंह और ज्योति चौधरी सहित अन्य विशेषज्ञों ने तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु अपने विचार व्यक्त किए।
टौबेको फ्री यूथ कैम्पेन 2.0
एनटीसीपी के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. एस.एन. धौलपुरिया ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि चिकित्सा मंत्री के मार्गदर्शन में शीघ्र ही राज्य में टौबेको फ्री यूथ कैम्पेन 2.0 प्रारंभ किया जाएगा। इस कैम्पेन के अंतर्गत राज्य के सभी राजकीय और निजी मेडिकल कॉलेज और डेंटल कॉलेज में तंबाकू मुक्ति उपचार और परामर्श केंद्र प्रारंभ करने के लिए दिशानिर्देश प्रदान किए गए हैं।
कार्यशाला का समापन और आभार व्यक्त
कार्यशाला के अंत में एसआरकेपीएस के राजन चौधरी ने सभी का आभार व्यक्त किया और तंबाकू नियंत्रण के प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सभी उपस्थित लोगों से सहयोग की अपील की।