शोभना शर्मा। राजस्थान में रबी सीजन 2025-26 के लिए समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद को लेकर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा की अध्यक्षता में सचिवालय में सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य के प्रमुख विभागों के आला अधिकारियों और गेहूं खरीद से जुड़ी पांच मुख्य एजेंसियों (एफसीआई, राजफेड, तिलमसंघ, एफसीसीएफ, एवं नेफेड) के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
मंत्री सुमित गोदारा ने बैठक में कहा कि राजस्थान एक कृषि प्रधान राज्य है, और राज्य सरकार किसानों के हितों को प्राथमिकता देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजस्थान गेहूं उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, और आगामी रबी सीजन में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद की सभी तैयारियां समयबद्ध रूप से पूरी की जानी चाहिए।
गेहूं खरीद प्रक्रिया में समन्वय पर जोर
मंत्री ने बैठक में निर्देश दिए कि खरीद प्रक्रिया में शामिल सभी पांच एजेंसियां—एफसीआई, राजफेड, तिलमसंघ, एफसीसीएफ, और नेफेड—आपसी समन्वय के साथ काम करें। इससे किसानों को खरीद प्रक्रिया से लेकर भुगतान तक किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने अधिक उत्पादन की संभावना वाले क्षेत्रों में नए खरीद केंद्र खोलने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके लिए अधिकारियों को जिलों का दौरा कर उपयुक्त स्थानों का चयन करने के निर्देश दिए गए।
खरीद केंद्रों की व्यवस्था
मंत्री गोदारा ने मंडियों में खरीद के लिए स्थान, बारदाने की उपलब्धता, और सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को गिरदावरी की प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ पूरी करने का निर्देश दिया। साथ ही, किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद से जुड़ी जानकारियां देने के लिए प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने हेल्पलाइन सेवाओं के माध्यम से किसानों को प्रभावी जानकारी साझा करने की बात भी कही।
भंडारण और व्यवस्थाओं की समीक्षा
राजस्थान राज्य भंडारण निगम के प्रबंध निदेशक संदीप वर्मा ने बैठक में बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार सभी भंडारगृहों में रबी सीजन के लिए उचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख शासन सचिव सुबीर कुमार ने संबंधित अधिकारियों से अपनी जिम्मेदारियों को उत्कृष्ट रूप से निभाने की अपील की।
उच्चाधिकारियों की उपस्थिति
इस बैठक में एफसीआई के प्रबंध निदेशक सौरव चौरसिया, तिलमसंघ के अध्यक्ष राजेश गुप्ता, राजफेड के प्रबंध निदेशक नारायण सिंह, एफसीसीएफ से मधु शर्मा, नेफेड से महेंद्र सिंह रावत, और अतिरिक्त खाद्य आयुक्त पूनम सिंह सागर सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।