शोभना शर्मा। कांग्रेस द्वारा ईवीएम की जगह बैलट पेपर से वोटिंग कराने की मांग और इस विषय पर यात्रा निकालने की घोषणा पर गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कांग्रेस को सनातन विरोधी और भारत विरोधी करार देते हुए कहा कि जनता कांग्रेस की राजनीति को भली-भांति समझ चुकी है।
ईवीएम पर आरोप और जनता का नकारना
बेढ़म ने मल्लिकार्जुन खड़गे के ईवीएम पर दिए बयान को “अपरिपक्वता का प्रतीक” बताया। उन्होंने कहा कि यह बयान उनकी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस वहां ईवीएम पर सवाल उठाती है, जहां जनता उन्हें नकार देती है। जब कांग्रेस चुनाव जीतती है, तो ईवीएम पर कोई आरोप नहीं लगता।उन्होंने जोर देकर कहा कि ईवीएम का उपयोग सभी राजनीतिक दलों की सहमति से शुरू किया गया था ताकि मतदान प्रक्रिया पारदर्शी और तेज हो सके। आज जब तकनीकी युग है, तब बैलट पेपर की मांग करना प्रगति के खिलाफ है।
सनातन और भारत विरोधी बयान पर पलटवार
जवाहर सिंह बेढ़म ने कांग्रेस पर पश्चिमी देशों के प्रभाव में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “ये लोग भारत की राजनीति में पाश्चात्य प्रभाव चाहते हैं, लेकिन भारत की जनता इसे कभी स्वीकार नहीं करेगी। जिनके पूर्वजों ने भारत तोड़ा, वे भारत जोड़ने की बात कर रहे हैं।”
बेढ़म ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने धारा 370 हटाकर और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का सपना साकार कर देश को नई दिशा दी है।
उदयपुर राजपरिवार विवाद पर शांति की अपील
उदयपुर राजपरिवार के आंतरिक विवाद पर बेढ़म ने दोनों पक्षों को धैर्य और संयम बनाए रखने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, “उदयपुर का राजपरिवार न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश के लिए सम्माननीय है। महाराणा प्रताप और पन्नाधाय जैसे महान ऐतिहासिक व्यक्तित्व इसी परिवार से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने इस मामले में कानून को अपना काम करने देने की बात कही और प्रशासन को शांति बनाए रखने के निर्देश दिए।
कांग्रेस के पूर्व प्रयासों पर तंज
बेढ़म ने कांग्रेस की पिछली यात्राओं पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “यूपी में खाट यात्रा निकाली, क्या हुआ? भारत जोड़ो यात्रा निकाली, लेकिन इसका जनता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। महाराष्ट्र में कांग्रेस के इतने कम विधायक चुने गए कि वे दो-तीन छोटी कारों में बैठ सकते हैं। जनता ने इन्हें नकार दिया है।”
बेढ़म का संदेश और अपील
बेढ़म ने कांग्रेस को सकारात्मक राजनीति करने और देश को 2047 तक विकसित देशों की श्रेणी में ले जाने के संकल्प में योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि खड़गे जैसे वरिष्ठ नेता को अपरिपक्व बयानबाजी से बचना चाहिए और विपक्ष की भूमिका जिम्मेदारी से निभानी चाहिए।
कांग्रेस की बैलट पेपर से मतदान करवाने की मांग पर बेढ़म का यह बयान न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण बल्कि तकनीकी प्रगति और लोकतंत्र की पारदर्शिता के सवाल पर भी एक महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया है। उदयपुर राजपरिवार विवाद में शांति बनाए रखने की उनकी अपील उनके संतुलित दृष्टिकोण को दर्शाती है।