मनीषा शर्मा। महाकाल के भक्तों के लिए एक खुशखबरी सामने आई है। रेलवे कोटा से उज्जैन के बीच नमो भारत रैपिड ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है। यह ट्रेन शिक्षा की नगरी कोटा से महाकाल की नगरी उज्जैन के बीच श्रद्धालुओं की यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी। इस परियोजना को लेकर कोटा रेल मंडल की ओर से रेलवे मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है, और जैसे ही रेलवे मुख्यालय से मंजूरी मिलेगी, यह सेवा शुरू की जाएगी।
अपर मंडल रेल प्रबंधक ललित कुमार धुरंधर ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद कोटा-उज्जैन के बीच यह ट्रेन चलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि देशभर में 50 नमो भारत, 100 अमृत भारत, और 200 वंदे भारत ट्रेनों को जोड़ा जाएगा, जिससे कोटा को भी लाभ मिलेगा।
धुरंधर ने यह भी बताया कि कोटा में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का सफल ट्रायल हो चुका है। जैसे ही रेलवे नई ट्रेनें आवंटित करेगा, कोटा को इसका फायदा मिलेगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कोटा-उज्जैन रूट के लिए रेलवे मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
नमो भारत रैपिड ट्रेन 100 से 250 किलोमीटर के बीच की दूरी के लिए बनाई गई है। इस ट्रेन में करीब 1100 यात्री बैठ सकते हैं और 2000 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकते हैं। दिल्ली, मेरठ, अहमदाबाद सहित अन्य शहरों में चल रही नमो भारत ट्रेनों के किराए के आधार पर, सामान्य कोच का न्यूनतम किराया 30 रुपये होगा, जबकि प्रीमियम कोच का किराया अधिक होगा।
इस ट्रेन में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, जैसे एसी कोच में सोफेनुमा सीटें, सीसीटीवी कैमरे, एलईडी लाइटिंग, मोबाइल-लैपटॉप चार्जिंग पॉइंट, और सेंट्रल कंट्रोल्ड ऑटोमेटिक स्लाइडिंग डोर। इसके अलावा, टॉक बैक सिस्टम की मदद से यात्री सीधे ड्राइवर से संपर्क कर सकेंगे।
अपर मंडल रेल प्रबंधक धुरंधर ने यह भी बताया कि रामगंज मंडी-भोपाल रेल लाइन का राजस्थान में कार्य पूरा हो चुका है। इस रेलवे लाइन का निरीक्षण मुख्य संरक्षा आयुक्त द्वारा फरवरी के तीसरे सप्ताह में किया जाएगा। रेलवे पूरी तरह से तैयार है और रामगंज मंडी से खिलचीपुर तक लाइन बिछाई जा चुकी है। फिलहाल, कोटा से घाटोली तक ट्रेन संचालन किया जा रहा है।