शोभना शर्मा। राजस्थान के झुंझुनूं जिले में स्थित नरहड़ पीर बाबा की दरगाह कौमी एकता की अद्भुत मिसाल पेश करती है। यहां हजरत हाजिब शक्करबार शाह की दरगाह में हर साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का भव्य उत्सव मनाया जाता है। यह दरगाह करीब 750 साल पुरानी है, और यहां हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोग मिलकर तीन दिवसीय भादवा मेला आयोजित करते हैं।
इस दरगाह में जन्माष्टमी पर वासुदेव की झांकी निकाली जाती है, रातभर जागरण होता है, और भक्तों में दही का प्रसाद बांटा जाता है। यहां का उत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की सजीव मिसाल है। दरगाह के खादिम अजीज पठान के अनुसार, इस दरगाह में आने वाले भक्त अपनी मन्नत पूरी होने पर बाबा के नाम पर जकड़ी (लोकगीत) गाते हैं और चिराग का काजल चमत्कारी माना जाता है। नरहड़ दरगाह में हर साल लाखों की संख्या में जायरीन आते हैं और इस अनूठे उत्सव का हिस्सा बनते हैं।