शोभना शर्मा। राजस्थान में 1 सितंबर से 30 सितंबर तक चल रहे राष्ट्रीय पोषण माह 2024 अभियान में प्रदेश ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव महेन्द्र सोनी ने बताया कि राजस्थान इस अभियान में 8वीं रैंक पर है और राज्य का प्रदर्शन लगातार बेहतर हो रहा है। उन्होंने यह जानकारी बुधवार को जयपुर स्थित आईसीडीएस निदेशालय में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से हुई समीक्षा बैठक में दी। इस बैठक में सभी जिला उपनिदेशक और सीडीपीओ शामिल थे।
बेहतर प्रदर्शन वाले जिलों की सराहना
शासन सचिव ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिलों की सराहना की, जिसमें चूरू, अजमेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और बूंदी जिलों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। चूरू जिले ने इस अभियान में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, वहीं अजमेर दूसरे, हनुमानगढ़ तीसरे, श्रीगंगानगर चौथे और बूंदी जिले ने पांचवें स्थान पर रहकर शानदार प्रदर्शन किया है।
कमज़ोर जिलों को सुधार के निर्देश
सोनी ने प्रदर्शन तालिका में निम्न प्रदर्शन करने वाले जिलों को सुधारने के निर्देश दिए। जयपुर, जोधपुर और उदयपुर जैसे बड़े जिलों को विशेष रूप से सुधार करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। वहीं, बांसवाड़ा, टोंक, बाड़मेर, करौली और नागौर जैसे अंतिम पांच जिलों को भी जल्द से जल्द अपना प्रदर्शन सुधारने के लिए निर्देश दिए गए हैं ताकि राजस्थान राज्य राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हो सके।
अभियान में उत्साह और जन आंदोलन का रूप
आईसीडीएस निदेशक ओ. पी. बुनकर ने बताया कि राजस्थान में राष्ट्रीय पोषण माह को बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है और यह अभियान अब एक जन आंदोलन के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ियों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जिसे राज्य सरकार के जन आंदोलन डैशबोर्ड पर नियमित रूप से अपलोड किया जा रहा है। निदेशक ने यह भी बताया कि अभियान की मॉनिटरिंग राज्य स्तर पर प्रतिदिन की जा रही है। इस अभियान के तहत एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी (PBPB), बेहतर शासन के लिए तकनीकी उपाय और पर्यावरण संरक्षण जैसी प्रमुख थीम्स पर काम किया जा रहा है।
डेटा एंट्री और मॉनिटरिंग की प्रक्रिया
बुनकर ने बताया कि राज्य के सभी जिलों में आयोजित गतिविधियों की डेटा एंट्री प्रतिदिन जिला और ब्लॉक स्तर पर की जा रही है। भारत सरकार की ओर से राज्यों में हो रही गतिविधियों की मॉनिटरिंग जन आंदोलन डैशबोर्ड के माध्यम से की जा रही है। इसके अलावा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा वर्कर, महिला पर्यवेक्षक, स्थानीय जनप्रतिनिधि और अन्य सहयोगी विभागों के साथ मिलकर कैलेंडर के अनुसार गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
अभियान की सफलता का श्रेय
राज्य के बेहतर प्रदर्शन के पीछे आईसीडीएस निदेशालय के अधिकारी, उपनिदेशक, सीडीपीओ और स्थानीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बड़ी भूमिका है। इस मौके पर आईसीडीएस के अतिरिक्त निदेशक मेघराज सिंह मीना, संयुक्त परियोजना समन्वयक मेघा सिंह और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
राजस्थान ने राष्ट्रीय पोषण माह 2024 में अपनी उल्लेखनीय उपस्थिति दर्ज की है। हालांकि, कुछ जिलों को अभी भी अपना प्रदर्शन सुधारने की जरूरत है। राज्य सरकार के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान ने महिलाओं और बच्चों के पोषण में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यदि सभी जिलों में समान उत्साह और सुधार दिखे, तो राजस्थान निश्चित रूप से शीर्ष पांच राज्यों में अपनी जगह बना सकता है।