शोभना शर्मा, अजमेर। सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती 2021 पेपर लीक मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की जांच में यह बात सामने आई है कि केवल परीक्षा केंद्रों से पेपर लीक नहीं हुआ था, बल्कि स्कूल संचालक ने पैसे लेकर नकल भी कराई थी। इस मामले में जोधपुर के एक परीक्षा केंद्र से जुड़े स्कूल संचालक ने SI बने विजेंद्र कुमार को नकल करवाने के लिए 8 लाख रुपए की रकम वसूली थी। पेपर लीक मामले में अब तक 42 ट्रेनी SI और 30 से ज्यादा अन्य आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
पेपर लीक और SI विजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी
SOG के अनुसार, विजेंद्र कुमार (41) झुंझुनूं का निवासी है और उसने SI भर्ती 2021 परीक्षा में 92वां स्थान प्राप्त किया था। विजेंद्र की गिरफ्तारी पिछले रविवार को हुई थी, जिसके बाद पूछताछ में रितु शर्मा, अनिल सांखला, और अर्जुन राम प्रजापत का नाम सामने आया। SOG ने इन तीनों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया। विजेंद्र का परीक्षा केंद्र आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल चोखाना, जोधपुर में था, जहां उसने 8 लाख रुपए की राशि देकर नकल की सुविधा प्राप्त की थी।
पेपर लीक रैकेट का खुलासा
2021 में विजेंद्र रितु शर्मा के संपर्क में आया, जो उसकी पत्नी की दोस्त थी। रितु ने विजेंद्र को SI परीक्षा पास कराने का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद विजेंद्र ने अर्जुन राम प्रजापत से संपर्क किया, जो जोधपुर में एक हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी था। अर्जुन ने विजेंद्र की बात स्कूल संचालक अनिल सांखला से करवाई, जिन्होंने फिर सोमेश गोदारा से संपर्क किया। सोमेश, जो पहले जेल में धोखाधड़ी के मामले में बंद था, ने एग्जाम सेंटर पर पेपर सॉल्व करके विजेंद्र की मदद की। इसके बदले में, विजेंद्र ने गैंग को 8 लाख रुपए का भुगतान किया था।
धमकी और पैसे की वसूली
मार्च 2024 में, SOG ने SI भर्ती 2021 परीक्षा में पेपर लीक रैकेट का पर्दाफाश किया। इसके बाद, गैंग के सदस्य रितु शर्मा ने विजेंद्र से संपर्क किया और उसे धमकाया कि पेपर लीक मामले में उसका नाम भी सामने आ सकता है। रितु ने कहा कि उसकी SOG में सेटिंग है और उसने विजेंद्र को गिरफ्तारी से बचाने के लिए 10 लाख रुपए की मांग की। डर के कारण विजेंद्र ने गैंग को 10 लाख रुपए की राशि दो किस्तों में दे दी।
SOG की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
SOG के ADG वीके सिंह ने जानकारी दी कि SOG की टीम इस मामले में गहन जांच कर रही है। विजेंद्र से पूछताछ के बाद SOG ने रितु शर्मा, अनिल सांखला, और अर्जुन राम प्रजापत को गिरफ्तार किया। पूछताछ में और भी महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावना है। पेपर लीक रैकेट के अन्य सदस्यों को भी जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है।
अब तक 42 ट्रेनी SI गिरफ्तार
SI भर्ती 2021 के पेपर लीक मामले में SOG ने अब तक 42 चयनित ट्रेनी SI और 30 से अधिक अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले की जांच अब भी जारी है और कई और ट्रेनी SI SOG के रडार पर हैं। अप्रैल 2024 में SOG ने पहली बार SI भर्ती से जुड़े ट्रेनी SI की गिरफ्तारी की थी, जिसके बाद से इस मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
RPSC के पूर्व सदस्य रामू राम राईका की भूमिका
इस पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जांच में पता चला कि राईका को पेपर तत्कालीन RPSC सदस्य बाबूलाल कटारा से मिला था। राईका ने अपने बेटे देवेश और बेटी शोभा को परीक्षा से सात दिन पहले ही पेपर दे दिया था, जिसके बाद दोनों को भी गिरफ्तार किया गया। राईका को 4 जुलाई 2018 को तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार के दौरान RPSC का सदस्य बनाया गया था और वे 4 जुलाई 2022 तक इस पद पर रहे। RPSC के निलंबित सदस्य बाबूलाल कटारा को जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में RPSC से जुड़े अन्य लोग भी जांच के घेरे में हैं।
पेपर लीक मामले की जांच जारी
SI भर्ती 2021 के पेपर लीक मामले में SOG की टीम लगातार जांच कर रही है और हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। इस रैकेट में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश में SOG की टीमें जुटी हुई हैं। इस पेपर लीक मामले ने राजस्थान के परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और यह मुद्दा राज्य की कानून-व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। SOG द्वारा की जा रही इस जांच के परिणामस्वरूप, जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं और पेपर लीक रैकेट के अन्य सदस्यों का पर्दाफाश होने की संभावना है।