मनीषा शर्मा। राजसमंद सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ और नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ को हाईकोर्ट ने फर्जी एफिडेविट मामले में नोटिस जारी किया है। याचिका के अनुसार, लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान संपत्ति से संबंधित झूठे शपथ पत्र पेश किए गए।
संपत्ति की गलत जानकारी का आरोप
याचिका दायर करने वाले वकील जितेंद्र कुमार खटीक ने आरोप लगाया कि महिमा कुमारी और उनके पति विश्वराज सिंह ने संपत्ति की गलत जानकारी प्रस्तुत की। महिमा कुमारी ने अपने एफिडेविट में 5 पैन कार्ड नंबर दर्ज किए, जबकि विश्वराज ने 4 पैन कार्ड नंबर का उल्लेख किया।
दीप्ति माहेश्वरी पर दो वोटर आईडी रखने का आरोप
राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी पर 2021 और 2023 के चुनावों के दौरान अलग-अलग वोटर आईडी कार्ड का उपयोग करने का आरोप है। याचिका में कहा गया कि उन्होंने 2021 में उदयपुर का वोटर कार्ड और 2023 में राजसमंद का वोटर कार्ड नामांकन में प्रस्तुत किया।
वोटरों को लुभाने का भी आरोप
याचिका में यह भी आरोप लगाया गया कि राजसमंद में विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान मतदाताओं को प्रलोभन दिया गया। वी-मार्ट मॉल के जरिए मुफ्त सामान वितरित किए गए।
चुनाव प्रक्रिया पर सवाल
याचिकाकर्ता ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान उठाई गई आपत्तियों को नजरअंदाज किया गया और चुनाव को शून्य घोषित नहीं किया गया। इसी कारण रिटर्निंग अधिकारी, मुख्य चुनाव अधिकारी, आयुक्त, और नगर परिषद को भी नोटिस जारी किया गया।
16 दिसंबर को सुनवाई की तारीख
राजस्थान हाईकोर्ट की जस्टिस मदन गोपाल व्यास की बेंच ने मामले की सुनवाई के लिए 16 दिसंबर की तारीख तय की है।
अन्य चर्चित मामले
1. वसुंधरा राजे पर भी लगे थे आरोप
2005 में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर दो जगह वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने का आरोप लगा था। हालांकि, सबूत की कमी के चलते मामला खारिज हो गया।
2. अंजू धानका का विवाद
बस्सी की निर्दलीय विधायक अंजू धानका पर दो अलग-अलग वर्ग में नाम दर्ज कराने का आरोप था। दिल्ली में एससी और बस्सी में एसटी का दावा करने पर याचिका दायर की गई थी।